उदयपुर। संस्कार भारती उदयपुर एवं श्रीमद् दयानंद सत्यार्थ प्रकाश न्यास के संयुक्त तत्वावघान में शास्त्रीय संगीत से सजी मल्हार संध्या का गुलाबबाग स्थित नवलखा महल में आयोजन किया गया।
इस अवसर पर नवोदित कलाकार झिलम व जुलन मुखर्जी ने राग मेघ का ख्याल प्रस्तुत कर अपनी तानो से श्रोताओ को मंत्र मुग्ध कर दिया। इनके साथ तबला पर संगत अंतिम चरण में भेंडी बाजार घराने के नरेंद्र कुमार ब्यावत ने राग मिया की मल्हार में खयाल प्रस्तुत किये। विलंबित रचना बूदन जरलागी एक ताल में निबद थी। इसके पश्चात मध्यलय रचना पीहू पीहू बोले पपीहा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में अखियन सु मेघ बरसत रचना प्रस्तुत की गई। राग छायानट में एक तराना एवं मालकॉन्स में मध्यलय ख्याल धन धन अतगुण दें की भावमय प्रस्तुति ने सभी केा मंत्रमुग्ध कर दिया।
नरेन्द्र ब्यावत के गायन में विस्तार मुखविलास खंड में बलपेच की तानो से भेंडी बजार घरानो की स्पष्ट झलक दिखाई देती थी। अन्त में राग भैरवी में पारंपरिक रचना बाबुल मोरा नेहर प्रस्तुत कर श्रोताओ को भाव विभोर कर दिया। इनके साथ तबला संगत ओम् कुमावत एवं हारमोनियम संगत महेंद्र कुमार ब्यावत ने की।
समारोह के अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी चंद्र शेखर चौबीसा, माणिक आर्य एवं हेमंत कुमार शर्मा थे। इस अवसर पर चौबिसा ने भारतीय संगीत एवं संगीतकारों को सहेजने पर बल दिया। संस्कार भारती के संगठन मंत्री जितेश श्रीमाली, अध्यक्ष डॉ धर्मवीर वशिष्ठ ने कलाकारों एवं अथितियों का स्वागत किया। अंत में धन्यवाद् डॉ सुशील निम्बार्क ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती प्रियंका कंसारा ने किया।