समाज कार्य मूल्यों, विचारों, संस्कृति के आदान-प्रदान
एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
उदयपुर। बाबा नाहर सिंह इन्द्रप्रस्थ महाविद्यालय कच्छ गुजरात के सोशल वर्क के विद्यार्थियों ने राजस्थान विद्यापीठ विवि के उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क एवं प्रतानगर परिसर का दौरा कर यहां की गतिविधों की जानकारी एवं कार्यकलापों की जानकारी प्राप्त की।
कच्छ गुजरात से आये 70 विद्यार्थी के दल ने विवि परिसर को देख कर दंग रह गये और कहने लगे कि इतरी पुरानी संस्था भी क्या हो सकती है। अवसर था जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क एवं बाबा नाहर सिंह इन्द्रप्रस्थ महाविद्यालय कच्छ गुजरात के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को महाविद्यालय के सभागार में समाज कार्य के विचारों, मूल्यों, संस्कृति का आदान प्रदान विषयक कार्यशाला का। उद्घाटन निदेशक डॉ. मंजू मांडोत, डॉ. वीणा द्विवेदी, डॉ. हरेश अहीर ने किया।
प्रारंभ में डॉ. नवलसिंह ने बताया कि 1937 में तीन व्यक्ति एवं तीन रूपये से षुरू विद्यापीठ का आज करोड़ो का वार्षिक बजट। उन्होंने कहा कि ये सब संस्थापक जनार्दनराय नागर की सोच, तपस्या का परिणाम है। डॉ. वीणा द्विवेदी ने उदयपुर स्कूल सोशल वर्क में पढाये जाने वाले विषयों तथा अन्य गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. अवनिश नागर ने विद्यापीठ के द्वारा संचालित चाईल्ड लाईन प्रोग्राम के बारे में बताते हुए कहा कि इसके द्वारा किसी व्यक्ति के गुमषुदा हो जाने पर उसे पुनः उसके परिवार तक पहुंचाया जाता है एवं बाल मजदूरी को रोकने का कार्य करता है। डॉ. सुनील चौधरी द्वारा विद्यापीठ के द्वारा की जाने वाली प्लेसमेंट की जानकारी बाहर से आये विद्यार्थियों को दी। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. मंजू मांडोत ने संस्था द्वारा चलाये जा रहे सामुदायिक केन्द्रों की गतिविधयों की मूल्यांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए शैक्षणिक गतिविधियों के आदान प्रदान पर जोर दिया।