राजस्थान टेन्ट डिलर्स किराया व्यवसायी समिति का प्रान्तीय रजत जयन्ती महाधिवेशन
गिरिजा ने कहा, हमारी सरकार आने दो, आपकी समस्याओं को हम सुलझाएंगे
उदयपुर। जयपुर जिला टेन्ट व्यवसायी समिति की ओर से आयोजित राजस्थान टेन्ट डिलर्स किराया व्यवसायी समिति के तीन दिवसीय प्रान्तीय रजत जयन्ती महाधिवेशन झलक-2016 के तीसरे और अन्तिम दिन बेदला स्थित राधाबाई जीवाजी प्रजापत स्टेण्डियम में समापन समारोह आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं चित्तौड़गढ़ की पूर्व कांग्रेस की सांसद डॉ़ गिरिजा व्यास ने तीन दिवसीय प्रान्तीय रजत जयन्ती महाधिवेशन झलक-2016 के तीसरे और अन्तिम दिन आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीएसटी के साथ ही टेन्ट व्यवसायियों की जो भी समस्याएं हैं, उन्हें कांग्रेस पार्टी गम्भीरता से लेती है। अभी हम सत्ता में नहीं है। हमारी सरकार आने दो हम आपकी मांगों और समस्याओं को सुलझाने का पूरा प्रयास करेंगे।
डॉ़ गिरिजा ने कहा कि आपकी मांगें जायज हैं। यह जीएसटी हमारा था, लेकिन जब हमने यह पेश किया तब भाजपा ने इसका विरोध किया था। हमने उस समय आप सहित अन्य छोटे व्यापारियों के हितों का इसमें पूरा ध्यान रखा था। केन्द्र में हमारी कांग्रेस सरकार की भावना थी कि जीएसटी में छूट का प्रावधान 30 से 40 लाख तक की हो जिससे निश्चित रूप छोटे व्यापारियों को इससे राहत मिलती। डॉ़ गिरिजा ने समस्त टेन्ट व्यवसायियों को आश्वस्त किया कि कांग्रेस जब दुबारा केन्द्र की सत्ता में आएगी तब निश्चित तौर पर आप सहित छोटे व्यापारियों की समस्याओं और मांगों के समाधान करने का पूरा प्रयास करेंगी। अगर टेक्स का प्रावधान 18 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होगा तो 30 से 40 लाख तक की छूट वैसे ही मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि वह पूरे प्रदेश में टेन्ट नगर बसाने सम्बन्धी भावनाओं का भी पूरा ख्याल रखेगी।
डॉ़ गिरिजा ने टेन्ट व्यवसासियों की इस बात के लिए तारीफ की कि आप लोग परदे के पीछे काम करने वाले हैं। आपका जब सम्मान होता है तो सम्मान स्वयं सम्मानित हो जाता है। आप लोगों का दिल बड़ा होता है। जितनी मेहनत से आप काम करते हैं, लेकिन सामने वाला आपका उतना पैसा नहंीं भी तब भी आप बड़ा दिल रख कर जो दे उसे स्वीकार कर लेते हो। उन्होंने टेन्ट व्यवसायियों को सृजनकार की उपमा देते हुए कहा कि एक वीर को जब सम्मानित किया जाता है तो उसे तलवार भेंट की जाती है और जब एक सृजनकार को सम्मान दिया जाता है तो उसके चरणों की ओर देखा जाता है।
उचित समय और उचित मंच पर मुद्दा : पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि कांग्रेस को टेन्ट व्यवसासियों की समस्याओं की चिन्ता है। हम आपकी हर परेशानी में साथ खड़े हैं। विपक्ष में रहते हुए भी हम आपकी समस्याओं को उचित समय और उचित मंच पर जोर-शोर से उठाएंगे। उन्होंने इतने बड़े आयोजन के दौरान जिस तरह से शहर को दुल्हन की तरह सजाया उसके लिए टेन्ट व्यवसासियों का तहे दिल से आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे आपका समाज में अच्छा सन्देश गया है।
हमें 30 लाख से कम छूट स्वीकार नहीं : राजस्थान टेन्ट डिलर्स किराया व्यवसायी समिति के प्रदेश अध्यक्ष रवि जिन्दल ने समारोह में अपनी बात रखते हुए कहा कि हम जीएसटी में केन्द्र सरकार द्वारा शुक्रवार को 20 लाख तक की छूट की की गई घोषणा से खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें 30 लाख की छूट से कम कोई छूट स्वीकार नहीं है। जिन्दल ने टेन्ट व्यवसासियों की जीएसटी के साथ ही ट्राफिक पुलिस से आए दिन होने वाली परेशानी और समूचे प्रदेश में टेन्ट नगर बसाने की मांग को भी जोर-शोर से सरकार के सामने रखा।
अन्तिम दिन सभी ने इन तीन दिनों की सुनहरी यादों और कार्यकलापों को मंच पर साझा करते हुए अगली बार जोधपुर में मिलने वादे के साथ अत्यन्त ही भावुकता भरे माहौल में एक दूसरे से विदा ली। आयोजकों ने जहां अतिथि सत्कार और अन्य व्यवस्थाओं में अगर कोई कमी पेशी रही हो तो उसके लिए सभी से माफी मांगी वहीं अतिथियों और देश के विभिन्न हिस्सों से आये टेन्ट व्यवसासियों ने आयोजकों द्वारा इतने कम समय में इतनी सुन्दर व्यवस्था करने के लिए शुक्रिया कहा और तहे दिल से आयोजकों का धन्यवाद दिया इस खूबसूरत शहर लेकसिटी में दुबारा शीघ्र आने की इच्छा के साथ विदा ली।
समापन समारोह में उन सभी कार्यकर्ताओं को तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वगत सम्मान किया गया जिन्होंने ऐन वक्त पर आयोजन स्थल बदल जाने के बाद मात्र तीन दिनों में दिन-रात एक करके इतनी सुन्दर व्यवस्थाओं को अन्जाम दिया। सम्मान पाने वालों में मुख्य रूप से सुधीर चावत, विरेन्द्र बापना, विरेश सिंघल, सुनील हिंगड़, दीपक खाब्या, महेन्द्र जैन, दुर्गेश सुखववाल, कमलेश पोखरना, पवन बंसल, प्रतापसिंह राणा, सूरजमल सेन, जयदेव शर्मा, शेर खान, झमकलाल मेहता, खुमानसिंह, राज कुमार चुण्डावत, विकास अग्रवाल, किशन कटारा, सुरेश बोहरा, रवि डांगी प्रमुख थे।
समारोह में भूपेन्द्र जैन, सुनील पोरवाल, महेश प्रजापत, दिनेश सुखवाल, नलिन वैद, संजय जैन, कमल शर्मा, धर्मेश नवलखा, तुलसीराम माली, हरीभाई पारख, महावीर बोकड़िया, महेश सनाढ्य, विनोद पोखरना, रतन चित्तौड़ा, वीरेन्द्र जैन, विक्रम भण्डारी, सतीश सुखवाल, अनिश चौधरी, राकेश अग्रवाल, लवकुमार आमेटा, गजेन्द्र खाब्या, राजू सरूपरिया, अर्जुन खोखावत सहित कार्यकारिणी के सभी सदस्य मौजूद थे।