रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 की डिस्ट्रिक्ट लिट्रेसी लेवल तीन एवं पोलियो सेमिनार
उदयपुर। राजस्थान के 48 लाख बच्चों सहित देश में करीब साढ़े आठ करोड़ बच्चों ने अब तक स्कूल तक नहीं देखा है। निरक्षरता एक अभिशाप बनता जा रहा है। इस समस्या को जड़मूल से हटानें के लिए रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन कार्यक्रम जारी किया है जिसके तहत वर्ष 2019 तक भारत ही नहीं दक्षिण-पूर्वी एशिया को पूर्ण साक्षर बनाना है।
यह कहना था नेशनल ई-लर्निंग कमेटी के सदस्य एवं पूर्व प्रान्तपाल अनिल अग्रवाल का।वे आज रेाटरी क्लब उदयपुर द्वारा रोटरी बजाज भवन में रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 की डिस्ट्रिक्ट लिट्रेसी लेवल तीन एवं पोलियो सेमिनार में बतौर अतिथि बोल रहे थे। उन्होेंने कहा कि दुनिया पहला ई-लर्निंग विद्यार्थी एकलव्य था। वर्तमान मे ंई-फेक्टर काफी प्रभावशाली हो गया है, देश को सम्पूर्ण साक्षर बनाने में इसका उपयोगा करना होगा। हमें शैक्षिक प्रणाली मे सुधार लाना होगा। उन्होंने कहा कि यदि आप किसी को आजीवन खुशी देना चाहते है तो शिक्षित कर दीजिये।
लिट्रेसी हीरो अवार्ड-देश को सम्पूर्ण साक्षर बनाने में योगदन देने वाले लोगों को रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा हीरो लिट्रेसी नामक अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य अतिथि सेवा मन्दिर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रियंकासिंह ने बताया कि देश में 74 प्रतिशत, राजस्थान में 67, इसमें भी पुरूष 80 एवं महिलाएं मात्र 52 प्रतिशत ही साक्षर है। इन आंकड़ो को सौ प्रतिशत तक पंहुचाना मुश्किल लेकिन असंभव नहीं है। आज भी 35 प्रतिशत स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे है। 80 प्रतिशत बच्चे आठवीं तक पंहुचते-पंहुचते स्कूल तक छोड़ देते है। सरकारी स्कूलों में प्रतिवर्ष विद्यार्थियों के नामांकन की स्थिति वर्ष दर वर्ष घटती जा रही है। जिले में 16-32 वर्ष की उम्र के बीच की 3200 महिलाओं वर सर्वे कराया गया जिसमें 26 प्रतिशत महिलाओं और कोटड़ा क्षेत्र की 16 प्रतिशत महिलाओं ने कभी स्कूल देखा तक नहीं। सुविधाओं की सुगमता की कमी के कारण बच्चें स्कूल नहीं जा पा रहे है। सरकारी स्कूल व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को चलाना सरकार के बूते की बात नहीं है और ये वहीं क्षेत्र है जिनकी रोटरी हमें तलाश में रहती है। पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य तक पंहुचना है तो रोटरी को ऐसे पोकेट्स की तलाश कर वहां अपना सबकुछ झोंक देना चाहिये। सरकारी विद्यालयों में 5 वीं कक्षा में पढ़ने वाला बालक पुस्तक का अध्ययन तक नहीं कर पाता है। प्रियंकासिंह का परिचय पदम दुगड़ ने दिया।
इस अवसर पर प्रान्तपाल रमेश चौधरी ने कहा कि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 सेवा मन्दिर के साथ एक एमओयू साईन करेगा ताकि 100 से आंगनवाड़ी केन्द्रों को ई-लर्निंग में परिवर्तित किया जा सके।
नेशनल एडल्ट लिट्रेसी कमेटी के चेयरमेन एवं पूर्व प्रान्तपाल जयपुर के अशोक गुप्ता ने कहा कि निरक्षरता एक अभिशाप है ओर इसे रोटरी ही पोलियों की भांति दूर सकती है। इस अभिशाप के कारण हम आगे नहीं बढ़ पा रहे है। निरक्षरता के कारण बीमारियां पनप रही हैं। शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए हम सभी को एकजुट हो कर कार्य करना होगा। रोटरी द्वारा जनहित में किये जाने वाले कार्यो को सरकार भी पहिचान देने लगी है।
नेशनल टीचर सपोर्ट कमेटी के सदस्य एवं पूर्व प्रान्तपाल रमेश अग्रवाल ने कहा कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने 2 वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद आरआईएलएम के रूप में देश को सम्पूर्ण साक्षर बनाने का एक खाका तैयार किया है जिसे रोटरी अपने लक्ष्य को पा सकती है। सरकार ने बच्चों को स्कूलों से जोड़ने के लिए मिड डे मिल योजना भी लागू की लेकिन परिणाम सार्थक नहीं रहे। रोटरी देश को सम्पूर्ण साक्षर बनाने के लिए सरकार के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है। डिस्ट्रिक्ट लिट्रेसी कमेटी चेयरमेन डॉ. राखी गुप्ता ने कहा कि रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन एंव टीच प्रोजेक्ट के बारें मंे विस्तृत जानकारी दी। उद्घाटन सत्र का धन्यवाद रोटरी क्लब उदयपुर के अध्यक्ष मानिक नाहर ने ज्ञापित किया।
तकनीकी सत्र में बोलते हुए डिस्ट्रिक्ट पोलियो कमेटी चेयरमेन प्रद्युम्न पाटनी ने कहा कि प्रतिवर्ष बच्चों को पोलियो की दवा पिलाना अब जारी रखना चाहिये क्योंकि भारत के दो पड़ोसी देशों में अब भी पोलियो के वायरस फैले हुए हैं। वर्ष 1988 में जहां विश्व के 125 देशो में साढ़े तीन लाख पोलियो रोगी थे वहीं यह आंकड़ा घट कर 2015 तक 74 व 2016 में और घटकर मात्र 21 तक रह गया है और वह भी मात्र तीन देशों में।
टीच मिशन की जानकारी देते हुए रमेश अग्रवाल ने बताया कि इस मिशन को गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक पंहुचाने के लिए संचार के विभिन्न माध्यमों का सहारा लेना चाहिये। डिस्ट्रिक्ट ई-लर्निंग कमेटी चेयरमेन प्रदीपसिंह गौड़ ने कहा कि रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन ने ई-लर्निंग के तहत देश में 50 हजार सेन्टर खोलने का लक्ष्य रखा है जिसमें से अब तक 9000 से अघिक सेन्टर खोले जा चुके हैं, जिसके जरीये करीब 22 लाख बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
डिस्ट्रिक्ट एडल्ट लिट्रेसी कमेटी चेयरमेन डॉ. बलवन्तसिंह चिराना ने कहा कि 15 से 45 वर्ष के बीच के युवक-युवतियां एवं महिला-पुरूष जिन्होनें स्कूल जाना छोड़ दिया है, उन्हें एडल्ट एज्यूकेशन के माध्यम से शिक्षित करना है। जिला साक्षरता अधिकारी से अपने मोहल्ले के निरक्षरों की सूची लेकर उन्हें साक्षर बनाया जा सकता है। इस वर्ष डिस्ट्रिक्ट 3052 में 5000 एडल्ट लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड डवलपमेन्ट कमेटी की चेयरमैन नमिता माथुर ने बताया कि रोटरी को ऐसे बच्चों के लिए कार्य करना है जो आज तक स्कूल गये ही नहीं या स्कूल नहीं जा पा रहे है। ऐसे बच्चों को सर्वपथम प्राथमिक स्कूलों में दाखिला दिलाना होगा। रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन में ऐसे बच्चों के लिए आशा किरण नामक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट के बारें में विस्तृत जानकारी दी।
यूनिकोटर्स मेयर मुकेश ने हैप्पी स्कूल पर कहा कि कहा कि कोई भी स्कूल तभी हैप्पी स्कूल में परिवर्तित होगा जब उसका सर्वांगीण विकास होगा। बच्चों को हेण्डवॉश से लेकर वे भी बातें सिखानी होगी जो दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। डिस्ट्रिक्ट वोलियन्टीयर मेनेजमेन्ट कमेटी की चेयरमेन मधु सरीन ने कहा कि टीच प्रोजेक्ट तभी सफल होगा जब उसमें वोलियन्टीयर का योगदान होगा। अब तक आरआईएलएम की वेबसाईट पर टीच प्रोजेक्ट का सफल बनाने के लिए 14207 लोगों ने वोलियन्टीयर के रूप में सेवाएं देने के लिए अपना पंजीकरण करा दिया है।
डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन कमेटी के चेयरमेन आशीष चोर्डिया ने कहा कि संचार के माध्यमों से आरआईएलएम के लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है। इसमें सोशल मीडिया को भरपूर किया जा सकता है। विश्व के 12 लाख रोटेरियन 30 करोड़ निरक्षरों को साक्षर तो नहीं कर सकते हे लेकिन वे उन्हें साक्षर होने की ओर प्रेरित कर सकते है। अंत में प्रान्तपाल रमेश चौधरी ने रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय के इस लक्ष्य को पूर्ण करने का सभी का आव्हान किया। प्रारम्भ में सेमिनार चेयरमैन डॉ. निर्मल कुणावत ने स्वागत उद्बोधन देते हुए सेमिनार की महत्ता पर प्रकाश डाला। समारोह में मुनीष गोयल द्वारा लिट्रेसी पर लिखी गई पुस्तक लिट्रेसी गाईड का सभी अतिथियों ने विमोचन किया। अंत में धन्यवाद मुनीष गोयल ने ज्ञापित किया। प्रारम्भ में उर्वशी सिंघवी ने गणपति वंदना प्रस्तुत की। समारोह में रोटरी क्लब उदयपुर की ओर से मुख्य अतिथि प्रियंकासिंह को सम्मानित किया गया। समारोह में पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी, क्लब अध्यक्ष मानिक नाहर, सचिव अनिल छाजेड़, नक्षत्र तलेसरा सहित विभिन्न क्लबों के 200 से अधिक रोटेरियन मौजूद थे। सेमिनार में उदयपुर रोटरी क्लब मेवाड़, रोटरी क्लब मीरा, रोटरी क्लब हेरिटेज, रोटरी क्लब एलीट, रोटरी क्लब उदय, रोटरी क्लब पन्ना, रोटरी क्लब कोरपोरेट, रोटरी क्लब रॉयल ने भी भागीदारी की।