उदयपुर। आजादी पूर्व इंजीनियरिंग क्षेत्र में भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी पिछड़ा हुआ था। देश में शिक्षा तो थी लेकिन उस ओर किसी ने अधिक ध्यान नहीं दिया। आजादी पश्चात भारत ने हर क्षेत्र के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जिसका परिणाम यह निकला कि आज विश्व के अनेक देश इंजिनियरिंग क्षेत्र में भारत की शिक्षा का लोहा मानने लगे है।
भारत के उद्योगपतियों ने विश्व के इंजिनियरिंग उत्पादों का अनुसरण तो किया लेकिन उसमें अपनी कार्य एवं बौद्धिक क्षमता का परिचय देते हुए उससे बेहतर उत्पाद बनानें में सफल रहे। पिछले 30 वर्षो से देश में सर्वश्रेष्ठ गेंगसा, रेज़िन लाईन एवं स्टोन प्रोसेसिंग मशीन का निर्माण कर देश ही नही विदेशों में भी अपना गुणवत्तायुक्त उत्पाद देने में अग्रणी रहे कलड़वास स्थित रोसावा इंजिनियरिंग कम्पनी के प्रोपायटर 50 वर्षीय सीपी शर्मा अपने परिवार के सदस्यों के सहयोग के साथ इस कम्पनी को विदेशी धरती पर पंहुचाने में भी सफल रहे।
शर्मा ने भले ही 12 वीं तक शिक्षा अर्जित की हो लेकिन अपनी शिक्षा की कमी को अपने कारोबार पर कभी हावी नहीं होने दिया और अपनी शिक्षा की कमी को अपने पुत्रों में पूरा कर दिखाया आज इनके दोनों पुत्र रोहित एवं राहुल शर्मा इंजिनियरिंग की शिक्षा हासिल कर अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटा कर उसे नई उचाईयों पर ले जा रहे है।
1986 में 12 वीं की शिक्षा हासिल करने के बाद सी.पी.शर्मा ने 1987 में अपने भाईयों के साथ सुखेर में रॉयल रोमेटिक प्रोडक्ट्स नामक कम्पनी खोली। कलड़वास औद्योगिक क्षेत्र में 1995 में रॉकवेल इंजिनियरिंग कम्पनी, 2002 में रॉकमाईनिंग टूल्स एवं 2008 में रोसावा इंजिनियरिंग कम्पनी की स्थापना की। इसके साथ ही वर्ष 2014 में रोसावा इंजिनियर्स प्रा.लि. नामक कम्पनी की स्थापना कर अपने कारोबार की प्रगति को उचाईयों तक ले गये।
वर्ष 2008 से रोसावा इंजिनियरिंग कम्पनी में गेंगसा, गेन्ट्री क्रेन, स्टोन प्रोसेसिंग, रेज़िन लाईन मशीनों का निर्माण होने लगा जबकि इससे पूर्व उदयपुर में इस प्रकार की आयातित मशीनों से काम चलाया जाता था। कम्पनी ने इटालियन क्वालिटी की मशीन का निर्माण कर उस आयातित कम्पनी से तीन गुना कम कीमत में और उससे बेहतर गुणवत्तायुक्त मशीनों का निर्माण करना प्रारम्भ किया। कम्पनी ने इस प्रकार की आयातित मशीनों को भारतीय वातावरण अनुसार मॉडिफाईड किया।
रॉ मटेरियल : कम्पनी अपने मशीनों के निर्माण में काम आने वाला रॉ मटेरियल जयपुर, मुंबई एवं अहमदाबाद से खरीदती है।
फिनिश प्रोडक्ट : कम्पनी ने रॉ मटेरियल से मशीनों का निर्माण कर अपने फिनिश प्रोडक्ट को राजनगर, उदयपुर, केसरियाजी के अलावा राजस्थान के विभिन्न शहरों, बेंगलोर, हैदाराबाद, सिल्वासा के अलावा अपने प्रोडक्ट को इजिप्ट, इथोपिया, ओमान, मोरक्को, वियतनाम व अल्जीरिया जैसे देशों में निर्यात करके सफलता हासिल की है।
रोजगार- कम्पनी ने अपने यहां प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से 150 लोगों को रोजगार दे रखा है।
भावी योजना : सीपी शर्मा ने बताया कि कम्पनी अगले 6 माह से लेकर 1 वर्ष के भीतर मॉर्बल पॉलिशिंग मशीन एवं सीएनसी ब्रिजकटर मशीन बनाने की योजना पर कार्य कर रही है।
समस्या : राज्य सरकार उद्यमियों को वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बेक सपोर्ट नहीं करती है।
सुझाव : यदि सरकार कम कीमत में स्थानीय उद्यमियों को जमीन उपलब्ध करा दें तो यहां सैकड़ों उद्येाग धंधे और लग जाऐंगे और हजारों लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। यदि सरकार उद्यमियों को लीज पर जमीन उपलब्ध कराने की योजना बनाती है तो इससे घरेलू इन्डस्ट्रीज को काफी प्रोत्साहन मिलेगा।
सामाजिक सरोकार : शर्मा सिर्फ एक उद्यमी ही नहीं है वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्हवन के लिए भी हमेशा आगे रहते है। वे फोर्टी, यूसीसीआई, कलड़वास चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज, ऑल इन्डिया ग्रेनाईट एण्ड स्टोन इन्डस्ट्रीज तथा सी-डोस के सदस्य है।
फोटोः- सी.पी.शर्मा
प्रोपायटर,
रोसावा इंजिनियरिंग कम्पनी,
कलड़वास इन्डस्ट्रीयल एरिया,
उदयपुर-राज.
मोबाईल नं.-9414164090
ई मेल : cpsharma300@yahoo.com
वेबसाइट : www.rosavagroup.com