उदयपुर। नाट्यांश सोसाइटी ऑफ ड्रामैटिक एंड परफ़ोरमिंग आर्ट्स एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सयुक्त तत्वावधान में चतुर्थ राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव अल्फ़ाज़-2016 के अंतर्गत शहर भर मे चल रहे पिछले 19 दिनो विभिन्न कार्यक्रमों मे शहर के अलग अलग स्थानो पर 40 नुक्कड़ नाटक और 10 जगह पर मूवी स्क्रीनिंग का प्रदर्शन किया गया।
मूवी स्क्रीनिंग मे खुला मंच बेंगलोर के सहयोग से “निर्णय” नामक मूवी का प्रदर्शन किया गया जिसमे सरकारी स्कूल एवं कच्ची बस्तियों की विध्यार्थियों और महिलाओ को समानता का अधिकार और औरतों का समाज मे स्थान और महिला सशक्तिकरण जेसे विषयो पर जागरूक किया गया और चर्चा की गयी।
नुक्कड़ नाटक मे कलाकारों ने उदयपुर शहर की लेडी पेट्रोल पुलिस के बारे मे जानकारी दी साथ ही ये भी बताया की इनसे किस तरहा से जरूरत पड़ने पर शहर की महिलायेँ संपर्क कर सहायता ले सकती हैं।
अल्फ़ाज़-2016 मे तीन पूर्णांकि नाटको का मंचन दिनांक 25, 26 और 27 नवंबर 2016 को किया जाएगा। जिसमे पहला नाटक, नाट्य संस्था नाट्यांश द्वारा नाटक “लश्कर चौक” प्रदर्शन किया जाएगा। यह नाटक भारत की आज़ादी के समय औरतों की सामाजिक स्थ्ति को प्रदर्शित करता हैं।
26 नवंबर को पश्चिम बंगाल की नाट्य संस्था थिएटर शाइन के कलाकार नाटक “तोमार डाके” का मंचन करेंगे। यह नाटक मलाला युसुफज़ई के आदर्शो पर आधारित हैं जिसे सुवोजित बंधोपाध्याय ने निर्देशित किया हैं।
नाटक के समापन पर जयपुर की नाट्य संस्था परंपरा नाट्य समिति द्वारा नाटक “अग्नि-परीक्षा” का 99 वां प्रदर्शन किया जाएगा। यह नाटक इतिहास के प्रसंगों पर आधारित है, जिसमें सती, सीता, पद्मिनी और विधवाओं के देह-दहन के प्रसंगो को लियागया है। नाटक के निर्देशक दिलीप भट्ट है।
दिनांक 25, 26 और 27 नवम्बर को अल्फ़ाज़ के अंतर्गत हुई विभिनन प्रतियोगिताओं मे भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिये जाएँगे और विजेताओ को नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इन सभी नाटको का मंचन शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में दिनांक 25 से 27 नवंबर को शाम 6:30 बजे किया जाएगा। इस नाट्य समारोह में दर्शकों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा।