महाराणा कुभा संगीत परिषद के शरद महोत्सव का दूसरा दिन
उदयपुर। उस्ताद फरीदुद्दीन डागर की शिष्या जयपुर की सुनिता अमीन ने दुप्रद गायन की प्रस्तुति देते हुए राग विहाग प्रस्तुत की। विहाग के दोनों मध्यम स्वर मीढ में डागरवाणी की दी गई प्रस्तुति ने श्रोताओं का मनमोह लिया।
वे मंगलवार को महाराणा कुंभा संगीत परिषद एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में आज सरदारपुरा स्थित कुंभा सभागृह में तीन दिवसीय शरद महोत्सव कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रथम सत्र में द्रुपद गायन की प्रस्तुति दे रही थी। गायिका सुनीता अमीन ने द्रुपद में राग विहाग में विस्तार विलम्बित में अलाप, मध्य लय में जोड़़ व द्रुत लय में झाला के साथ जमुना जल सजनी री मैं कैसे जाउं रचना की दी गई प्रस्तुति ने सभी को मोहित कर दिया।
सुनीता ने अमीन ने मृदंग पर इन्दौर के संजय आगलिया व तानपुरे पर गिरिराज की संगत के साथ द्रुपद गायकी में एक घण्टे तक विहाग राग की निरन्तर प्रस्तुति दी। पिछले 12 वर्षो से द्रुपद गायकी के क्षेत्र में अपना मुकाम बनाने वाली सुनीता अमीन ने बताया कि विहाग राग डागरवाणी की खासियत है। उस्ताद फरीदुद्दीन के पिता उस्ताद जियाउद्दीन खंा डागर उदयपुर महाराणा के दरबारी गायक थे। द्वितीय सत्र में कोलकाता के सुप्रतीक सेन गुप्ता का सितार वादन में दी गई मालकोष राग की प्रस्तुति ने जहां श्रोताओं को वीर रस,गम्भीर, भैरवी ठाठ के मिश्रण से रूबरू कराया तो श्रोता उसी में खो गये। सुप्रतीक सेन ने कार्यक्रम की शुरूआत अलाप, जोड़ व झाला में निबद्ध मालकोष रोग से की। इसके बाद उन्होेंने तीन ताल में मध्य लय,एक ताल में बन्दिश के पश्चात द्र्रुत तीन ताल में बन्दिश झाला की प्रस्तुति दी तो श्रोता उसी में मग्न हो गये। अंत में उन्होेंने किरवानी धुन की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन किया। सु्रपतीक सेन के साथ तबला पर संगत अजमेर के तबलावादक पं. गौतमपाल ने की। सुप्रतीक सेन गुंप्ता ने सितारवादन की शिक्षा पं. बुद्धदेव दास गुप्तो से ली। वर्तमान में सुप्र्रतीक सेन गुप्ता किशनमहाराज के शिष्य पं. शुरोजित सेन गुप्ता से ताललय की शिक्षा ले रहे है।
इससे पूर्व महाराणा कुंभा संगीत परिषद के मानद सचिव डॉ. यशवन्तसिंह कोठारी ने आज के समारोह के अतिथि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के प्रान्तपाल रमेश चौधरी व पुष्पा चैाधरी का स्वागत किया। इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष सज्जनसिंह राणावत, उपाध्यक्ष डॉ. प्रेम भण्डारी ने गायक कलाकारों का स्वागत किया।