केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने किया सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक का शिलान्यास
उदयपुर। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्ढा ने बुधवार को गांधी ग्राउंड पर आयोजित भव्य समारोह में रवीन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का शिलान्यास किया। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ, सांसद अर्जुल लाल मीणा सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए श्री नड्ढा ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में 9 विभागों न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलोजी, गेस्ट्रोएन्ट्रोलोजी, गेस्ट्रोसर्जरी, नेफ्रोलोजी, युरोलोजी, एण्डोक्राइनोलोजी, बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी, रेडियोथेरेपी एंड ऑन्कोलोजी की उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी। 202 बेड, 60 आईसीयू बेड, 6 ऑपरेशन थियेटर एवं 4 प्रोसिजर रुम से सुसज्जित यह ब्लॉक उदयपुर में चिकित्सा सेवा एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करेगा।
इससे पोस्ट ग्रेजुएशन हेतु 16 अतिरिक्त सीटों की सुविधा होगी। सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर में होने वाले ऑपरेशन का सीधा प्रसारण कक्षाओं में किया जाएगा ताकि मेडिकल के छात्रों को गहनता के साथ विषय को आत्मसात करने में सहायता मिलेगी। इस ब्लॉक हेतु 150 करोड़ का प्रावधान है जिसमें से 120 करोड़ केन्द्र एवं 30 करोड़ रुपए की राशि राज्य सरकार वहन करेगी। राज्य सरकार ने पार्किंग एवं अन्य सुविधा हेतु अलग से 9 करोड़ का बजट रखा है। जनवरी 2018से पहले यह ब्लॉक बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार उदयपुर के साथ ही राज्य के बीकानेर एवं कोटा मेडीकल कॉलेजों को भी यही सुविधा विकसित करने हेतु सहायता प्रदान कर रही है।
राज्य में चिकित्सा सुविधा हेतु केन्द्र की प्रतिबद्धता को जताते हुए उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश में 58 नए मेडीकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है जिसमें से 8 राजस्थान में हैं। बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चुरु, डूंगरपुर, पाली व सीकर में खुलने वाले प्रत्येक मेडिकल कॉलेज को केन्द्र सरकार 190 करोड़ की राशि उपलब्ध करवाएगी जिसमें से 7 करोड़ की राशि अत्याधुनिक मशीनों पर खर्च की जाएंगी। केंसर के इलाज हेतु दो नेशनल केंसर इंस्टीट्यूट तथा 20 स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें जयपुर में भी राज्य स्तरीय सेंटर बनाना प्रस्तावित है।
राज्य में झालावाड़ एवं बीकानेर में टर्शरी केंसर सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें प्रत्येक पर 45 करोड़ खर्च किए जाएंगे। उन्होने कहा कि मिशन इंद्रधनुष में 50 लाख वंचित माताओं एवं 90 लाख वंचित बच्चों का टीकाकरण किया गया। डायरिया से प्रतिवर्ष होने वाली एक लाख बच्चों की मृत्यु को भयावह बताते हुए उन्होने कहा कि अब डायरिया से कोई मौत नहीं हो, ऐसे प्रयास सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। चिकित्सा के साथ ही स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की सलाह देते हुए उन्होने कहा कि सरकार की मंशा है कि लोक जीवन शैली में बदलाव लाकर बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। समारोह में विधायक नानालाल अहारी, दली चंद डांगी, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, महापौर चंद्र सिंह कोठारी, यूआईटी अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली, आरएमटी मेडीकल कॉलेज प्रधानाचार्य एवं प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे।
समारोह को कटारिया व सराफ ने भी किया संबोधित : गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि उदयपुर में स्वास्थ्य सेवाओं हेतु बजट की कभी कमी नहीं आने दी गई है। आगे भी स्थानीय निकायों एवं अन्य भामाशाहों की मदद से यहां उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास जारी रहेंगे। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रदेश में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना एक क्रांति का सूत्रपात है जिसके माध्यम से करोड़ों लोगों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उदयपुर मेडीकल के क्षेत्र में एक हब बनकर उभरा है।
प्रधानमंत्री डायलिसिस योजना में होगा मुफ्त डायलिसिस : नड्ढा ने कहा कि प्रधानमंत्री डायलिसिस योजना के तहत 9 सौ करोड़ खर्च कर प्रत्येक जिले में डायलिसिस सेंटर खोलनेकी योजना है जिसमें बीपीएल कार्ड धारकों को निशुल्क तथा एपीएल को न्यूनतम दर पर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी।
दीनदयाल अमृत दवा दुकानें खुलेंगी : सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध करवाने हेतु दीनदयाल अमृत योजना का उल्लेख करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत खुलने वाली दुकानों पर 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाइयां मिलेंगी। फिलहाल 16 दुकानों पर 58 करोड़ की दवाइयां बिक चुकी हैं जिन्हे खरीदने से मरीजों को करीब 35 करोड़ की बचत हुई है। नड्ढा ने कहा कि आरएनटी मेडीकल कॉलेज की ओर से प्रस्ताव मिले तो यहां पर भी ऐसी दुकाने खोली जा सकती हैं।