उदयपुर। महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर शहर भर में विभिन्न् संगठनों की ओर से विविध कार्यक्रम हुए। कहीं गोष्ठी तो कहीं प्रताप की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।
राजस्थान कृषि महाविद्यालय मे पुष्पांजलि कार्यक्रम हुआ। छात्र कल्याण अधिकारी ड़ॉ. सुमनसिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा ने आरसीए परिसर स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा के समक्ष उन्हें स्मरण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रो. शर्मा ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जीवन व मातृ भूमि कि लिए उनके संघर्ष को याद कर उनके दिखाए सदमार्ग पर चलने की सलाह दी।
प्रताप का संघर्ष सांस्कृतिक संरक्षण का संघर्ष : सकल राजपूत महासभा मेवाड़ की ओर से गुरुवार को महाराणा प्रताप की 420 वीं पुण्यतिथि पर चावंड स्थित प्रताप की निर्वाण स्थली पर पुष्पांजलि व स्मरणांजलि अर्पित की गई। कार्यकारी अध्यक्ष तनवीरसिंह कृष्णावत ने बताया कि महाराणा प्रताप का संघर्ष तो संस्कृति के संरक्षण का संघर्ष ही था। प्रताप की पुण्य तिथि के दिन हमें प्रताप के आदर्शों पर चलने का आव्हान किया। प्रताप का पूरा जीवन कठिनाईयों भरा रहा। हमारे देश का चहुंमुखी विकास करना है तो हम सब को संगठित हो कर रहना होगा एवं देश प्रेम की भावना को जगाना होगा। सकल राजपूत महासभा मेवाड़ के देहात अध्यक्ष गोपाल सिंह तीतरडी, महामंत्री घनश्याम सिंह थाणा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जवान सिंह जावद, केन्द्रीय उपाध्यक्ष घनश्याम सिंह भीण्डर, भानुप्रताप सिंह कृष्णावत, ओनार सिंह, भोपाल सिंह सिसोदिया सहित समस्त कार्यकताओं ने प्रताप के आदर्श पर चलने का संकल्प किया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा शहर जिलामहामंत्री गोपाल जोशी ने बताया कि आज युवा मोर्चा शहर जिलाध्यक्ष गजेन्द्र भंडारी के नेतृत्व में महापुरुषों की प्रतिमाओं को मंडल अध्यक्षों की टीम द्वारा जल स्नान, दुग्धाभिषेक कर माल्यार्पण किया गया। जिलाध्यक्ष गजेन्द्र भंडारी ने बताया कि जल्दी ही मंडल अध्यक्षों की बैठक कर मंडलों में आने वाले महापुरुषों की प्रतिमाओं की रोज साफ सफाई व माल्यार्पण हो, ऐसी जिम्मेदारी जल्द ही युवा मोर्चा अपने हाथ में लेगा। इस दौरान रणजीत दिग्पाल, कमलेश प्रजापत, कमल धायभाई, जीतेन्द्र पंड्या, कन्हैया वैष्णव, लोकेश साहू, अली अजगर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।