12 फरवरी तक मनेगा स्थातपना दिवस, पुराने गीतों की प्रस्तुतियां भी होंगी
उदयपुर। लोक कला और शिल्प के लिये प्रसिद्ध उदयपुर का ग्रामीण कला परिसर ‘‘शिल्पग्राम’’ 8 से 12 फरवरी तक एक नये रंग में नज़र आयेगा। यहां 8 फरवरी को शिल्पग्राम के स्थापना दिवस पर पांच दिन का ‘‘फूड फेस्टीवल’’ होगा वहीं शाम को मुक्ताकाशी रंगमंच पर ग़ज़ल व ब्लैक एण्ड व्हाइट दौर की फिल्मों के गीतों को नाट्य रूप में अनूठे अंदाज में पेश किया जाएगा।
10 से 12 फरवरी तक इसी परिसर में शास्त्रीय संगीत व नृत्य से अलंकृत ‘‘ऋतु वंसत’’ का आयोजन होगा जिसमें पद्मविभूषण छन्नू लाल मिश्रा का गायन, उस्ताद शुजात हुसैन ख़ान का सितार वादन तथा गीतांजली लाल का कत्थक मुख्य आकर्षण होगा।
केन्द्र निदेशक फुरकान ख़ान ने बताया कि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा वर्ष 1989 में उदयपुर के हवाला गांव में ग्रामीण शिल्प एवं लोक कला परिसर ‘‘शिल्पग्राम’’ की स्थापना की गई तथा 8 फरवरी को उस परिसर का उद्घाटन किया गया था। पिछले साल केन्द्र द्वारा पहली बार शिल्पग्राम में शास्त्रीय नृत्य और संगीत से ओत प्रोत ‘‘ऋतु वसंत’’ का आयोजन किया गया। इस वर्ष इस आयोजन के साथ-साथ शिल्पग्राम की स्थापना पर 8 फरवरी से नये आयोजन लोगों को देखने को मिल सकेंगे। जिसमें शिल्पग्राम एक नये रंग में नज़र आयेगा।
उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय आयोजनों की शुरूआत ‘‘फूड फेस्टीवल’ से 8 फरवरी को होगी। शिल्पग्राम में पहली बार आयोज्य फूड फेस्टीवल में पंजाब, बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर इत्यादि राज्यों के व्यंजनों का रसास्वादन करने का अवसर मिल सकेगा। इनमें बिहार का लिट्ठी चोखा, पंजाबी कुलछा, भटूरे, अमृतसरी नान, अवधी चाट, लखनऊ का दूध मलाई, राजस्थानी खान-पान और तो और कश्मीर का वाज़वान, लखनवी बिरयानी, रेशमी कबाब इत्यादि उलेखनीय हैं। फूड फेस्टीवल 8 से 12 फरवरी तक मध्यान्ह 12 बजे शुरू होगा जो आगंतुकों के लिये रात्रि 10 बजे तक चलेगा।
8 फरवरी को शाम 7 बजे शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक पद्मभूषण जगजीत की स्मृति में ‘‘ग़ज़ल’’ संध्या का आयोजन होगा जिसमें मुंबई की मशहूर ग़ज़ल फनकार पूजा गायतोंडे तथा शंशांक शेखर ग़ज़लें पेश करेंगे। 9 फरवरी की शाम पुणे की संस्था ‘‘नीचे एन्टरटेनमेन्ट’’ के कलाकारों द्वारा बॉलीवुड की ब्लैक एण्ड व्हाइट फिल्मों के गीतों पर आधारित नाट्य प्रस्तुति दी जावेगी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त इस विशेष प्रस्तुति का उदयपुर में पहली बार मंचन होगा।
ख़ान ने बताया कि पांच दिवसीय आयोजन के आखिरी तीन दिन शिल्पग्राम शास्त्रीय रंगों से सराबोर नज़र आयेगा। उन्होंने बताया कि शिल्पग्राम में केन्द्र द्वारा पिछले साल शास्त्रीय नृत्य समारोह ‘‘ऋतु वसंत’’ की शुरूआत की गई थी जो बहुत प्रशंसनीय और सफल रहा था। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच पर तीन दिवसीय ‘‘ऋतु वसंत’’ का आयोजन 10 से 12 फरवरी तक होगा। इसके तहत शाम 7 बजे से रंगमंच पर दर्शक शास्त्रीय शैलियों का आनन्द उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि ऋतु वसंत के के पहले दिन 10 फरवरी को देश के जाने माने शास्त्रीय गायक पद्मभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्रा का गायन होगा। 11 फरवरी को प्रसिद्ध सितार वादक उस्ताद शुजात हुसैन खान द्वारा सितार वादन किया जायेगा। ‘‘ऋतु वसंत’’ की आखिरी सांझ 12 फरवरी को देश की सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना श्रीमती गीतांजली लाल के ग्रुप द्वारा कत्थक की प्रस्तुतियाँ दी जावेंगी।