तेईसवां सामुहिक विवाह
उदयपुर। घोड़ी पे होके सवार चला है दुल्हा यार आज कमरिया पे बांधी तलवार, इतरता है छैला मिली है ऐसी लैला कि जोडी है नहले पे देहला इन्ही मधुर स्वर लहरीयों के बीच 8 घोडि़यों पर सवार दूल्हों की बारात निकली। अवसर था राजपूत महासभा संस्थान उदयपुर संभाग के तेईसवें सामूहिक विवाह समारोह का।
राजपुत महासभा के अध्यक्ष दलपत सिंह चुण्डावत ने बताया कि राजपूत महासभा संस्थान उदयपुर संभाग का तेईसवां सामुहिक विवाह समारोह आज बसंतपंचमी को हेमराज राष्ट्रीय व्यायामशाला रावजी का हाटा में संपन्न हुआ । इस सामुहिक विवाह समारोह में उदयपुर, अहमदाबाद, राजसमंद, गोगुंदा, देवगढ, बांसवाडा के आठ जोडों का धुमधाम से विवाह सम्पन्न करवाया गया ।
राजपूत महासभा राजस्थान प्रदेश महामंत्री वीरेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि वर वधुओं की शोभायात्रा संपुर्ण सुसज्जित घोडों व बघ्धियो में हेमराज राष्ट्रीय व्यायामशाला रावजी का हाटा से प्रारंभ होकर मीठाराम जी का मन्दिर, रावजी का हाटा, नाइयो की तलाई, कानजी का हाटा, अमल का कांटा, कालाजी गोराजी चौराहा, रंगनिवास होते हुए पुनः विवाह स्थल पर पंहुची जहां दुल्हों के तोरण की रस्म अदा हुई तत्पश्चात सभी वर वधुओं ने एक दुजे को वरमाला पहनाई और आजीवन नशे से दुर रहने और पर्यावरण की रक्षा के लिये प्रतिवर्ष दो नीम के वृक्षों को लगाने हेतु संकल्प लिया ।
वरमाला रस्म के बाद सभी वर वधुओं को मंडप में लाया गया जहां पाणिग्रहण संस्कार विख्यात सनातनी पंडित शंभूशंकर जोशी ने व्यासपीठ पर विराजित होकर अपने सहयोगियों द्वारा वैदिक विधि-विधान व मेवाड़ की राजपूती रस्मों के अनुसार संपन्न करवाया व सात फेरों के बाद आठवें फेरे में कन्या भ्रूण हत्या के विरोध मे नवदम्पतीयों को संकल्पित करवाया।
सामूहिक विवाह प्रभारी जयसिंह पंवार ने बताया कि राजपूत समाज मे जागरूकता लाने के लिये तेईसवें राजपूत सामूहिक विवाह विवाह समारोह में किसी भी प्रकार का नशा करके आने पर पुर्ण प्रतिबंध रहा और आज विवाह समारोह में उपस्थित 4000 समाज बंधुओं ने इसकी शत प्रतिशत पालना भी की।
eaराजपूत समाज की महिलाओं ने महिला समिति अध्यक्षा सरस्वती तंवर, एडवोकेट मंजु हाडा के नेतृत्व मे तेइसवें राजपूत सामूहिक विवाह विवाह समारोह में भोजन का वेस्टेज रोकने के लिये प्रत्येक अतिथि को स्वयं अपने हाथों से इच्छित मात्रा में ही परोसकारी करके जूठन बिलकुल नही होने देने का सफल प्रयास किया ।
युवा शाखाध्यक्ष फतहसिंह राठौड़ ने अक्टूबर में संभागीय स्तर पर राजपूत समाज के युवाओं व महिलाओं के लिये खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन की घोषणा की। मुख्य अतिथि नगर विकास प्रन्यास अध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली थे व अध्यक्षता संभागीय अध्यक्ष दलपत सिंह चुंडावत ने करी और विशिष्ट अतिथि संभाग के वरिष्ठ राजपूत नेता नंदकुमार सिंह सिसोदिया एवं करण सिंह भाटी थे ।
नगर विकास प्रन्यास अध्यक्ष रविन्द्र जी श्रीमाली ने राजपुत महासभा द्वारा लगातार 23वीं बार सामुहिक विवाह आयोजित किये जाने की मुक्त कंठ से तारिफ करते हुए समाज को सरकार एवं नगर विकास प्रन्यास की और से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और राजपुत समाज के 75 वर्ष से अधिक आयु के सक्रिय वरिष्ठ कार्यकर्ताओं श्री देवीसिंह गौड, श्री शंकर सिंह गहलोत, श्री किशन सिंह मौर्य, श्री मदन सिंह राठौड को शाल व उपरणा ओढा कर व प्रशस्तिपत्र देकर ’अमृत महोत्सव सम्मान‘ से सम्मानित किया तथा राजपुत समाज के सक्रिय कार्यकर्ताओं गोपाल सिंह पंवार, रमेश सिंह राजपुत, अंतरराष्ट्रिय स्केटिंग कोच मंजीत सिंह गहलोत, अंतरराष्ट्रिय स्तर की स्केटिंग प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा कुंवर, जगत प्रताप सिंह, राष्ट्रिय स्तर पर हाकी में प्रतिभागी खिलाडी अभय सिंह राणावत, सुश्री दानीनी सांखला एवं सुश्री पलक पंवार को ‘राजपूत गौरव सम्मान‘ से अलंकृत सम्मानित किया जाने के साथ स्कुल कालेज के 26 प्रतिभावान छात्र छात्राओं तथा महाराणा कप में भाग लेने वाली सभी 32 टीमों के कप्तानों को भी सम्मानित किया
अध्यक्षता करते हुए संभागीय अध्यक्ष दलपतसिंह चुंडावत ने नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की और आगामी वर्ष इस समारोह को अत्यंत भव्य रूप में मनाने का संकल्प सभी समाजजनो से करवाया। महामंत्री गणपत सिंह पंवार ने राजपूत महासभा की वर्ष भर की गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया।