उदयपुर। अखिल राजस्थान फिल्म समिति ने उदयपुर में फिल्मसिटी खोलने के प्रस्ताव का खाका तैयार कर आज एक प्रस्ताव नगर विकास प्रन्यास चेयरमैन रविन्द्र श्रीमाली एवं निगम की बजट बैठक के दौरान महापौर चन्द्रसिंह कोठारी को सौंपा ताकि वे भी प्रन्यास के वर्ष 2017-18 के बजट में उसे शामिल कर जमीन चिन्हित कर फिल्मसिटी के लिए जमीन आवंटित कर सकें।
प्रवक्ता दिनेश गोठवाल ने बताया कि समिति के सदस्य राजस्थान लाइन प्रोड्यूसर मुकेश माधवानी, अनिल मेहता, संतोष कालरा ने आज प्रन्यास चेयरमैन श्रीमाली को सचिव रामनिवास मेहता की मौजदूगी में प्रस्ताव का ज्ञापन सौंपा। माधवानी ने बताया कि शहर में फिल्मसिटी के लिए 300 बीघा जमीन की आवश्यकता होगी, जिसे राज्य सरकार आसानी से उपलब्ध करा सकती है। ज्ञापन में मांग की गई कि वे आने वाले बजट में उदयपुर में फिल्मसिटी खोलने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा कर इसका निर्माण अपने स्तर पर प्रारम्भ करें क्योंकि फिल्मसिटी निर्माण होने के बाद राज्य सरकार को अनुमानतः सालाना 500 रूपयें करोड़ के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर प्रन्यास व निगम को भी राजस्व फिल्मों एवं टीवी सीरियलों के निर्माण से प्राप्त होगा।
मेहता ने बताया कि राज्य सरकार चाहे तो रिसर्जेन्ट राजस्थान की भांति फिल्म निर्माता-निर्देशकों को आमंत्रित कर शहर में फिल्मसिटी निर्माण के लिए प्रोत्साहित कर सकती है। फिल्मसिटी में विभिन्न आकारांे के बड़े-बड़े हॉल बनेंगे। निर्माता प्रोजेक्ट के अनुसार कम लागत में सेट लगा पायंेगे और शेष भूमि पर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन एवं किसी गांव का दृश्य फिल्माकर शूटिंग की जा सकेगी।
संतोष कालरा ने बताया कि वर्तमान में शूटिंग के लिए कैमरा, लाईट्स, जिमेजिप, क्रेन आदि विभागों के उपकरण बाहर से मंगवाने पर प्रोजेक्ट की लागत बढ़ जाती है। फिल्मसिटी की स्थापना हो जाने पर ये सभी उपकरण यहीं पर आसानी से कम लागत में उपलब्ध हो जायेंगे। साथ ही उदयपुर में रिकॉर्डिंग, एडिटिंग स्टूडियों एंव तकनीकी सुविधाएं स्थापित हो पायेगी।
गोठवाल ने बताया कि फिल्मसिटी निर्माण के पश्चात यहां हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा तथा राज्य की प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिलेगा। आज भी उदयपुर के त्रिवेणी थियेटर संस्था से जुड़े रंगमंच के कलाकारों का बॉलीवुड में लोहा माना जाता है। उदयपुर में फिल्मसिटी की विपुल संभावनाएं निहित है। यहां अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, रेल एवं बस की सुविधाएं उपलब्ध है। ऐसे में पर्यटन सिटी की पहचान फिल्मसिटी के रूप में भी होगी।