नागरिक सुरक्षा मंच का उदयपुर में गठन
उदयपुर। केरल में नई वामपंथी सरकार के संरक्षण में फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों पर अत्याचार और हमले शुरू हो गए हैं। इन हालातों में उदयपुर में नागरिक सुरक्षा मंच का गठन किया गया। यह अखिल भारतीय नागरिक सुरक्षा मंच का स्थानीय इकाई है।
वामपंथी सरकार के अत्याचार के विरोध में नागरिक सुरक्षा मंच के तत्ववावधान में उदयपुर में 2 मार्च को विशाल रैली निकाल कर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति, राज्यपाल और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। इससे पूर्व दिल्ली में विभिन्न संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार से केरल में कानून और प्रवर्तन की अनदेखी को रोकने व संवैधानिक स्थिति बहाल करने की मांग की थी। केरल में संघ के स्वयंसेवक की हत्या का सिलसिला लम्बे समय से जारी है।
उदयपुर में सोमवार देर रात हुई बैठक में स्थानीय स्तर पर नागरिक सुरक्षा मंच की कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें संयोजक रमेश शुक्ल और अध्यक्ष कर्नल गुमान सिंह राव को बनाया गया। उपाध्यक्ष विजय सिंह चैहान, शिव शंकर मीणा व रामचंद्र खराड़ी, कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र डांगी, सह संयोजक पुष्कर लौहार, प्रचार प्रमुख मनोज जोशी को मनोनीत किया गया। कार्यकारिणी के सदस्य जयसिंह शक्तावत, प्रवीण खण्डेलवाल, रविकांत, गोपाल कृष्ण गौड़ और पूरण सिंह को मनोनित किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए क्षेत्रीय संघ चालक प्रो. बी.पी. शर्मा ने कहा कि कम्युनिस्ट विचारधारा के लोगों और राजनीति संगठन ने देवभूमि केरल को रक्तरंजित कर दिया। वहां के चौदह में से दस जिलों में संघ के स्वयंसेवकों व अन्य संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों की निर्मम हत्या, अंगभंग, आगजनी और रासायनिक हमले कर आतंक और भय का वातावरण बनाया जा रहा है। इन परिस्थितियों में लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं में भूलभूत अधिकारों का हनन सरकारी संरक्षण में हो रहा है। पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। पुलिस हाथ बांधे इस पूरे माजरे को सिर्फ देख रही है।