उदयपुर। अगर किसी इंसान के पीठ पर 2 किलो का वजन अगर छह महीनों के लिए लटका दिया जाए तो आप स्वयं महसूस कर सकते हैं कि यह किसी पीड़ा से कम नहीं है। ऐसे ही एक व्यक्ति को इस समस्या से मुक्ति दिलाई है पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल ने।
पालाखेडी, चित्तोड़गढ़ निवासी 67 वर्षीय धन्नालाल छह महीनों से पीठ पर गांठ के चलते परेशान था। पेशे से मजदूर धन्नालाल ने बताया कि वह गांठ के चलते न तो काम पर जा पाता और न ही चैन से सो पाता। परिजन धन्नालाल को जब पीएमसीएच में लेकर आए तो डॉक्टर उसको देखकर अचंभित हो गए, क्योंकि धन्नालाल के पीठ के बीचोंबीच खरबूजे जैसी गांठ थी। दो साल पहले भी इस गांठ का ऑपरेशन करा चुके धन्नालाल ने पीएमसीएच के सर्जरी विभाग के हैड डॉ केसी व्यास को बताया तो जांच करने पर कैन्सर निकला। जिसका कि ऑपरेषन करना जरूरी था। लिगाशोर और हारमोनिक जैसी अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग कर ब्लड लैस सर्जरी को अंजाम दिया डॉ केसी व्यास, डॉ. गौरव वधावन, डॉ. प्रकाश औदित्य, डॉ. विजय, अजय चौधरी, सुरेश की टीम ने। दो चरणो में हुए इस ऑपरेशन में धन्ना लाल के पीठ के बीचो बीच कैन्सर की गॉठ को जड़ से निकाल दिया। धन्ना लाल अभी वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
सर्जरी विभाग के हैड डॉ केसी व्यास ने बताया कि कैंसर की गांठ की बायोप्सी कराई गयी जिसमें यह सोफ्ट टिश्यूव सारकोमा निकला। गौरतलब है कि पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में धन्नालाल का इलाज निशुल्क किया गया है।