बच्चों एवं बड़ों मिलेगी को संगीत की निःशुल्क शिक्षा, संस्था करेगी याचकों का पुनर्वास
उदयपुर। कहा जाता है अपनों के लिए तो सभी जीते हैं लेकिन औरों के लिए जो जीता है उसके जीने में अलग ही आनन्द की अनुभूति होती है। कुछ ऐसी ही विचारधारा के साथ साहित्य कला संगम संस्था का गठन किया गया।
संस्था द्वारा पहली बार शनिवार को आरसीए सभागार में गज़ल एवं सूफी शाम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अनेक राजस्थानी फिल्मों में अभिनय कर चुके बॉलीवुड कलाकार, निर्माता एवं निर्देशक क्षितिज कुमार एवं विशिष्टि अतिथि वरिष्ठ संगीतकार प्रो. अमृत कविटकर, इतिहासकार डॉ. गिरीशनाथ माथुर, वरिष्ठ रंगकर्मी सुनील मित्तल, विलास जानवे, वरिष्ठ शास्त्रीय एवं गज़ल गायक उस्ताद मो. फैय्याज मन्सूरी एवं नवनीत मोटर्स के प्रबन्ध निदेशक ललित नारायण माथुर होंगें।
संस्था के अध्यक्ष सुनील त्रिवेदी ने आज यहां आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इस संगीतमय शाम में डॉ. सुरभि आर्य, देवेन्द्र सिंह हिरण एवं मुबंई के सीए पेशे से जुड़े राजेश कुमार शर्मा देंगे जबकि डॉ. राकेश माथुर सूफीयाना सूरों की महफिल को सजायेंगे।
याचकों का होगा पुनर्वास : संस्था सचिव डॉ. राकेश माथुर ने बताया कि शहर में घूम रहे याचकों की हर संभव मदद कर उनके पुनर्वास की तथा रोजगार की व्यवस्था करने का प्रयास किया जाएगा। याचकों की स्कूली शिक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी।
संस्था के कोषाध्यक्ष शरद आचार्य ने बताया कि शहर में आवारा पशु के रूप में विचरण करने वाले पशुओं तथा गायों गौशाला का निर्माण कर सेवा कार्य किया जाएगा। शहर को नशामुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। श्रीमती मिनाक्षी शर्मा प्राणायाम एवं सूर्य नमस्कार के बारें में भी जानकारी दी जाएगी।
फिल्म कलाकार क्षितिज कुमार ने इस अवसर पर बताया कि संस्था द्वारा शहर में छिपी प्रतिभाओं को बाहर लाने के लिए प्रति 2 माह में शहर में एक संास्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें बच्चों से लेकर बड़े तक स्टेज परफोमेंस दे सकेंगे। शहर की प्रतिभाओं को बॉलीवुड ले जाकर उनकी प्रतिभा के अनुरूप उन्हें कार्य दिलवाया जाएगा।