भगवान श्री मुनिसुव्रत स्वामी का 5 दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव आज से
उदयपुर। जिन मन्दिरों की नगरी उदयपुर शहर के न्यू भूपालपुरा के रामवाटिका के समीप नवनिर्मित जिन शासन के 20वें तीर्थंकर एवं शनिग्रह के कारक परमात्मा श्री मुनिसुव्रत स्वामी भगवान की भव्य अंजन शलाका का 5 दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन रविवार से आरम्भ होगा।
महासचिव अनिल मेहता ने बताया कि प्रतिष्ठा महोत्सव शुभ निश्रा परमोपकारी आचार्य देवेश श्रीमद्विजय हेमचन्द्र सुरीवर जी म़सा़ सरलमना प्रखर प्रवचनकार आचार्य भगवन्त श्री कल्याण बोधि सूरिश्वर जी मसा मेवाड़ विचरण एवं नूतन अयार्म भगवन्त श्री निपुणरत्न सूरिश्वर जी मसा की पावन निश्रा में होगा। प्रथम चरण में प्रथमदिवस को प्रातः मंगल वेला में प्रतिदिन मंदिरजी में मंगल गीत का आयोजन होगा, प्राविकाओं द्वारा प्रातः 10 बजे मंदिरजी से गाजे-बाजे के साथ चदुर्विद संघ के साथ न्यू भूपालपुरा में शोभा यात्रा निकाली जाएगी। उसके बाद प्रतिष्ठा स्थल पर गुरूवन्तों का प्रवचन होगा।
श्री मुनिसुव्रतस्वामी जैन श्वे.संघ न्यू भुपालपुरा के उपाध्यक्ष गजेनद्र नाहटा ने बताया कि दोपहर में अंजनशलाका के विधान के प्रारम्भ में कुम्भ स्थापना, देव-देवी पूजन, ज्वारा रोपण, श्री मणिभद्र वीर स्थापना, क्षेत्रपाल स्थापना, भैरव स्थापना के साथ ही सोलह विद्यादेवी का पूजन होगा। 2 बजे से सायं 4 बजे तक न्यू भूपालपुरा की समस्त बहनों- श्राविकाओं की मेहदी रस्म होगी। प्रतिष्ठा निमित्त प्रत्येक घर में मंगल तोरण बांधा जाएगा। प्रत्येक घर में दीपक रोशनी होगी, रंगोलिया ंसजेगी और सम्पूर्ण वातावरण प्रतिष्ठा की ध्वनि से गूंज उठेगा।
संघ के अध्यक्ष भैरूलाल चण्डालिया ने बताया कि शनिवार को प्रातःकालीन प्रवचन में आचार्यश्री कल्याणबोधि सूरिश्वरजी ने कहा कि संसार में प्रत्येक जीव सब कुछ होने के बावजूद भी अनाथ महसूस करता है और खुद को अशांत महसूस करता है। उन्होंने कहा कि परमात्मा की सच्चेनाथ है और उनकी शरण में ही सच्चे आनन्द की प्राप्ति होती है।