वार्षिक लाभ पहुंचा 8316 करोड़ रुपये
उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने 31 मार्च 2017 को समाप्त वित्तीय वर्ष तथा इसी वर्ष की चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा की। वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में रिकॉर्ड खनित धातु उत्पादन जो गतवर्ष की तुलना में 66 एवं समान तिमाही की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक रहा।
हिन्दुस्तान जिंक के चेयरमैन अग्निवेश अग्रवाल ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक ने वर्ष 2016-17 में कई रिकॉर्ड तोड़े है। कंपनी ने 31 मार्च 2017 को समाप्त 12 महीनों में शेयरधारकों को 27157 करोड़ रुपये का (लाभांष वितरण कर सहित) विषेष अंतरिम लाभांश दिया है जो भारतीय कंपनी के हतिहास में अब तक का सर्वाधिक है। मुझे यह बताते हुए खुषी है कि कंपनी के सर्वाधिक योगदान से सरकार के कोष में 17760 करोड़ रुपये (रॉयल्टी, कर और लाभांश सहित) गये है। वर्ष के दौरान सुदृढ़ जस्ता कीमतों से कंपनी का रिकॉर्ड निष्पादन रहा है तथा हिन्दुस्तान जिंक शेयरधारियों के बेहतर निष्पादन के लिए कटिबद्ध है।’’
कंपनी का वित्तीय वर्ष 2017 में रिकॉर्ड खनित धातु उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में 66 प्रतिशत एवं समान तिमाही की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। कंपनी की योजना अनुसार वर्ष के दौरान उत्कृष्ट निष्पादन कंपनी की इकाई रामपुरा आगुचा ऑपन कास्ट माईन के सफलतापूर्वक संचालन से हुआ है।
कंपनी का वित्तीय वर्ष 2017 में 907000 टन खनित धातु का उत्पादन हुआ। वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान 215000 टन जस्ता धातु उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत एवं समान तिमाही की तुलना में 5 प्रतिशत अधिक है। तिमाही के दौरान 45000 टन एकीकृत बिक्री योग्य सीसा धातु का उत्पादन हुआ जो समान तिमाही की तुलना में 15 प्रतिशत एवं गतवर्ष की तुलना में 18 प्रतिषत अधिक है। वर्ष के दौरान उत्पादन में वृद्धि सकारात्मक खनित धातु की उपलब्धता एवं प्रचालन दक्षता के परिणास्वरूप हुआ है। वर्ष के दौरान 260000 एकीकृत जस्ता-सीसा धातु का उत्पादन हुआ जो सर्वाधिक है। कंपनी की इकाई सिंदेसर खुर्द में उच्च ग्रेडस से 139 मी.टन एकीकृत रिकार्ड बिक्री योग्य चांदी का उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की समान तिमाही की तुलना में 18 प्रतिशत एवं गत वर्ष की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2017 की चौथी तिमाही के दौरान जस्ता-सीसा एवं चांदी की सुद्ढ़ कीमतों, उत्कृष्ट उत्पादन एवं खनित धातु की बिक्री के परिणामस्वरूप 6699 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया जो गतवर्ष की तुलना में 97 प्रतिषत अधिक है। वर्ष 2016-17 के दौरान 18642 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित किया जो गतवर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के दौरान 3057 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की समान अवधि की तुलना में 42 प्रतिशत अधिक है तथा वर्ष के दौरान 8316 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो गत वर्ष की तुलना में 2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
22 मार्च को हिन्दुस्तान ज़िंक के निदेशक मण्डल ने कंपनी के शेयरधारकों को 1375 प्रतिशत विशेष अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की थी जो 2 रूपये के प्रति इक्विटी शेयर पर 27 रुपये 50 पैसे है। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा अप्रेल 2016 में स्वर्ण जयन्ती लाभांश एवं अक्टूबर 2016 में अंतरिम लाभांश के साथ वित्तीय वर्ष में कुल लाभांष 27157 करोड़ (लांभाश टेक्स सहित) है जो भारत में सबसे अधिक विषेष अंतरिम लाभांश देने वाली एकमात्र कंपनी है।
रामपुरा आगुचा भूमिगत खदान के सुधार के फलस्वरूप सर्वाधिक खनित धातु का उत्पादन हुआ है। कंपनी की रामपुरा-आगुचा भूमिगत खदान में शाफ्ट परियोजना के तहत 955 मीटर गहराई तक पहुंच गयी है तथा कंपनी की ऑपन कास्ट भूमिगत खदान के विस्तार के साथ समग्र उत्पादन योजना सुचारू रूप से चल रही है।
कंपनी के लगातार चल रहे समन्वेषण कार्यकलापों के फलस्वरूप अयस्क भण्डारों एवं संसाधनों में वृद्धि हुई है। 31 मार्च, 2017 को कुल संसाधन एवं आरक्षित अयस्क भण्डार 404.4 मिलियन टन रहा, जिसमें 36.9 मिलियन टन जस्ता-सीसा धातु एवं 1,032 मिलियन ओन्ज चाँदी विद्यमान है। खदानों की आयु 25़ वर्ष है तथा खदानों में लगातार उत्पादन जारी है।