सुप्रकाशमति माताजी संसघ का ध्यानोदय क्षेत्र में भव्य मंगल प्रवेश
उदयपुर। राष्ट्रसंत गणिनी आर्यिका 105 सुप्रकाशमति माताजी ससंघ का 36 वां पावन वर्षायोग उदयपुर के बलीचा स्थित ध्यानोदय क्षेत्र में भव्य मंगलप्रवेश हुआ। प्रवेश के दौरान हजारों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।
अखिल सुप्रकाश ज्योति मंच के राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश गोदावत ने बताया की बुधवार सुबह 7 बजे सुप्रकाशमति माताजी संसघ हीरामन टावर से विहार कर भव्य शोभायात्रा के साथ बलीचा में मंगल प्रवेश किया। शोभायात्रा में महिला मण्डल की अध्यक्ष आशा कण्ठालिया की अगुवाई में सुप्रकाश महिला घोष व अन्य बैण्ड बाजे की धुन पर श्रावक-श्राविकाएं नाचते गाते गुरू मां के जयकारों के के साथ ध्यानोदय क्षेत्र पहुंचे। मार्ग में जगह-जगह पर लगे स्वागत द्वार पर आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी व संघ पर पुष्पवृष्टि व पाद प्रक्षालन कर स्वागत किया गया। मंगल प्रवेश समारोह में पाद प्रक्षालन के लाभार्थी बदामीलाल चित्तौडा ने लिया। इस दौरान मार्ग में संस्कार यात्रा के जरिए धार्मिक संदेश दिया गया।
उन्होंने बताया कि ध्यानोदय क्षेत्र में मंगल प्रवेश के बाद आयोजित समारोह में ट्रस्टी त्रिलोक सांवला (रामगजमण्डी), महासभा के प्रांतिय अध्यक्ष सुन्दरलाल डागरिया, तीर्थ संरक्षिणी महासभा के प्रांतिय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद कोठारी, समिति अध्यक्ष राजेश बी. शाह, चातुर्मास समिति के महामंत्री प्रकाश सिंघवी सहित सैंकडों जैन धर्मावलम्बी उपस्थित थे। इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी ने कहा कि जीवन में सकारात्मक विचार के साथ कार्य की शुरूआत करने से जीवन में हमेशा सफलता मिलती हैं ।
9 को होगी चातुर्मास कलश की स्थापना : राष्ट्रीय महामंत्री निलेश मेहता ने बताया कि चातुर्मास स्थल पर 9 जुलाई को गुरू मां के सानिध्य में मंगल कलश की स्थापना होगी। जिसमें सुबह 7 बजे से झंडारोहण, धर्म सागर सभागार का उदघाटन व रिद्धि सिद्धि युक्त 108 जोड़े सहित भक्तामर महामंडल विधान तत्पश्चात दोपहर 12.30 बजे से गुरु पूर्णिमा महोत्सव आायोजित होगा। मंगलकलश स्थापना के लाभार्थी रामंगज मण्डी के त्रिलेाक सांवला होंगें। अगले दिन 10 जुलाई से भक्तामर महामण्डल विधान प्रारम्भ होगा जो निरन्तर 48 दिनों तक चलेगा।