आनंद नगर में मुनि रवीन्द्र कुमार का चातुर्मासिक प्रवेश
उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के शासन श्री मुनि रवीन्द्र कुमार का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश बुधवार सुबह 9 बजे आनंद नगर स्थित तातेड़ भवन में हुआ। इससे पहले सुबह 8.45 बजे अशोकनगर रोड नं. 10 से रैली के रूप में रवाना हुए। रैली में खासी संख्या में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं ने वंदे मुनिवरम, क्रांतिकारी वीर भिक्षु की जय, भगवान महावीर स्वामी की जय के उद्घोष लगाए।
सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने बताया कि स्वागत यात्रा के रूप में मुनि श्री रवीन्द्र कुमार, तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज, मुनि शांतिप्रिय, मुनि अतुल कुमार, मुनि मोहजीत कुमार, मुनि श्री जयेश कुमार आयड़ पुलिया होते हुए आनंद नगर पहुंचे जहां श्रावक-श्राविकाओं के भारी जयघोष के बीच उनका प्रवेश हुआ।
आनंद नगर स्थित भवन में हुए समारोह में शासनश्री मुनि रवीन्द्रकुमार ने कहा कि सन्त आते हैं, संस्कृति बदल जाती है। प्रत्येक मनुष्य आनन्द में रहे। आत्मा में अवस्थित होने का प्रयास करे।
मुनि मोहजीतकुमार ने कहा कि जिनवाणी में आस्था रखें। साधु-साध्वियों की उपासना करे। कर्म निर्जरा का सशक्त माध्यम स्वाध्याय है। मैं आत्मा हूँ इसका निरन्तर चिन्तन करते रहें।
तपोमूर्ति मुनिश्री पृथ्वीराज ने कहा कि चातुर्मास हेतु लक्ष्य निर्धारित करे किसी के प्रति ईर्ष्या नही करूँगा, कलह, द्वेष, अहंकार नहीं करूँगा। किसी का अहित नहीं करूँगा। मुनि अतुल कुमार ने कहा कि जिस तरह वर्षाकाल में किसान बीज डालता है उसी प्रकार चातुर्मास में संत सहनशीलता, धैर्य, समर्पण, आस्था और प्रेम के बीज बोते हैं। मुनि जयेश कुमार ने गीतिका प्रस्तुत की।
मुनि शान्तिप्रिय ने कहा कि चातुर्मास में ज्ञान, दर्शन, चारित्र एवं तप की विशेष धर्माराधना करें। समारोह को मुनि शान्तिप्रिय के संसारपक्षीय पुत्र उपासक विनोद बोरदिया ने भी सम्बोधित किया।
सभा उपाध्यक्ष सुबोध दुग्गड़ ने मुनिवृंदों का जीवन परिचय दिया। इस अवसर पर आरंभ में तेरापंथ महिला मंडल की निवर्तमान अध्यक्ष चन्द्रा बोहरा, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष अरूण मेहता, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष निर्मल धाकड़, मदनलाल तातेड़, प्रकाशदेवी तातेड़, लादूलाल मेड़तवाल आदि ने भी संतों के प्रवेश के बाद चातुर्मास के प्रति मंगलकामनाएं व्यक्त की। शशि चव्हाण एवं पंकज भंडारी ने गीतिका प्रस्तुत की। ज्ञानशाला संयोजक फतहलाल जैन ने गीत प्रस्तुत किया। मंगलाचरण सीमा कच्छारा एवं समूह ने किया। संचालन तेयुप निवर्तमान मंत्री राजकुमार कच्छारा ने किया। आभार सभा मंत्री राजेन्द्र बाबेल ने व्यक्त किया।