चातुर्मास मंगल कलश स्थापना आज
उदयपुर। राष्ट्रसंत गणिनी आर्यिका गुरू मां सुप्रकाशमति माताजी के सानिध्य में 9 जुलाई रविवार को ध्वजारोहण के साथ ही बलीचा स्थित ध्यानोदय क्षेत्र में चाुतर्मास प्रारम्भ हो जायेंगे। इस अवसर पर देश के विभिन्न शहरों से आये 2 हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहेगी।
राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि तत्पश्चात गुरू मां द्वारा नवनिर्मित आचार्य धर्मसागर सभागार का उद्घाटन, गुरू दयासागर मंच का अनावरण होगा। इसके बाद प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया एवं संगीतकार हरजीत एण्ड पार्टी की भजनों की प्रस्तुति के बीच 48 दिन चलने वाले रिद्धी-सिद्धी युक्त प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ जिनेन्द्र महाअर्चना भक्तामर महामण्डल विधान प्रारम्भ होगा। प्रथम दिन इस विधान में 108 जोड़ों द्वारा भगवान आदिनाथ की आराधना की जाएगी। इसके बाद मंगलकलश की स्थापना होगी जो चार माह तक अभिमंत्रित करने के बाद चातुर्मास के अंतिम दिनों में किसी एक पुणर्याजक को वह कलश प्रदान किया जाएगा।
अध्यक्ष राजेश बी.शाह ने बताया कि ने बताया कि 9 जुलाई को गुरूपूर्णिमा होने के कारण वहां भगवान महावीर के बाद वर्तमान में दिगम्बर परम्परा को पुनर्जीवित करने वाले प्रथम आचार्य शान्तिसागर महाराज का गुरू परम्परानुसार पूजन किया जाएगा। इसके साथ समाधिस्थ आचार्य अभिनन्दनसागर महाराज एवं गुरू मां सुप्रकाशमति माताजी का गुरू पूजन होगा। जिसमें देश भर के गुरू मां के भक्त एवं उदयपुर शहर के महिला मण्डल व युवा मंच के सदस्य भाग लेंगें। गुरू पूजन अलग-अलग द्रव्यों से किया जाएगा।
संयोजक हीरालाल मालवी ने बताया कि 15 करोड़ की लागत से बनने जा रहे ध्यानोदय क्षेत्र में 1008 कामधेनु शांतिनाथ भगवान का दिव्य सात शिखरों से उक्त जिन मंदिर निर्माण किया जा रहा है जो वर्ष 2019 तक पूरा हो जायेगा और अगला राष्ट्रीय पंच कल्याणक महोत्सव यहीं होगा। मंत्री प्रकाश सिंघवी ने बताया कि ध्यानादेय क्षेत्र में मुख्य ध्यान योग प्राणायाम पर आधारित एक आधुनिक वास्तु से उक्त दिव्य ध्यान योग सेन्टर खोला जाएगा।