उदयपुर। गत 23 जून को उदयपुर के समीप हाइवे पर हुई संभाग की सबसे बड़ी डकैती के मामले में गत 3 जुलाई को उदयपुर पुलिस ने खुलासा करते हुए गिरफ्तारी कर माल की बरामदगी की थी। इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर माल बरामद किया गया है।
अति.पुलिस अधीक्षक मुख्यालय बृजेश सोनी ने बताया कि 3 जुलाई को आरोपी हीरालाल गुर्जर, पूरण गुर्जर, राजेश उर्फ राजू खटीक एवं लालुराम रावत को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। उनसे परिवादी सोमदत कुशवाहा निवासी आगरा से लूटी हुई लगभग 230 किलोग्राम चांदी के जेवरात के पैकेट बरामद किए। अन्य माल की बरामदगी, पूछताछ व अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस रिमाण्ड पर प्राप्त किया गया था। पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी हीरालाल ने बताया कि परिवादी सोमदत द्वारा आगरा से राजकोट (गुजरात) उक्त चांदी व सोने के जेवर के कार से परिवहन के दौरान आने व जाने के बारे में आरोपी हीरालाल गुर्जर, अन्य आरोपी महेन्द्र प्रजापत निवासी राजकोट व पिन्टु उर्फ निर्मलसिंह निवासी राजकोट आदि को जानकारी थी एवं उक्त कार द्वारा चांदी व सोने के जेवरात लेकर लौटने के रुट की जानकारी भी उक्त अभियुक्तों को थी। इन तीनो आरोपीगणों ने मुख्य आरोपी हीरालाल गुर्जर के स्थानीय साथियों के साथ उक्त कार मय सोने चांदी के जेवरात की डकैती की प्लानिंग उदयपुर में की।
वृत्ताधिकारी गिर्वा ओमकुमार के नेतृत्व में अनुसंधान कर हीरालाल की इत्तिला अनुसार उसके जीजा नानालाल गुर्जर, आरोपी उंकार मीणा, आरोपी भगवतीलाल उर्फ भग्गा मीणा के यहां से प्राप्त डकैती का माल चांदी के जेवरात के पैकेट से भरे कट्टे बरामद कर उन्हें भी गिरफ्तार किया। घटना के बाद योजना बनाने मे एवं लूटी हुई इटीओस गाडी की तलाशी लेने वाले मुख्य आरोपी अभियुक्त पिन्टु उर्फ निर्मल सिंह झाला नि. राजकोट को भी गिरफ्तार कर माल बरामदगी हेतु पुलिस रिमाण्ड लिया गया। अब तक कुल 10 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं एवं 412 किलोगाम चांदी के जेवर इन अभियुक्तगणों से बरामद किये जा चुके हैं। वारदात में शामिल शेष आरोपीगण एवं शेष चांदी व सोने के जेवरात की बरामदगी के लिये गम्भीरता से विभिन्न टीमों का गठन कर प्रयास किये जा रहे हैं।