एक्यूपंक्चर एवं एक्यूप्रेशर शिविर में 153 रोगियांे का हुआ ईलाज
उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर एवं सेवा भारती हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में आज हरिदासजी की मगरी स्थित सेवा भारती हॉस्पिटल में एक्यूपंक्चर विशेषज्ञ डॉ. बी.एल.सिरोया के नेतृत्व में निःशुल्क एक्यूपंक्चर एवं एक्यूप्रेशर शिविर आयोजित किया गया। जिसमें 153 विभिन्न रोगों के रोगियों का ईलाज कर राहत प्रदान की गई।
डॉ. सिरोया ने बताया कि शिविर में सेरेब्रल पल्सी जैसी असाध्य बीमारी का शिकार एक नन्हीं बालिका भी व्हील चेयर पर आयी जिसका ईलाज आज प्रारम्भ किया गया। इसके अतिरिक्त शिविर मंे जन्म के 3 माह बाद ही सुरजपोल निवासी पंाच वर्षीय बालक सौम्य ऐसी बीमारी का शिकार था जिसमें उसकी गर्दन हिलती रहती और मुंह से लार टपकती रहती। आश्चर्य की बात यह कि उस बाल के एक छोटा भाई भी था जिसे भी असाध्य बीमारी थी। दोनों बच्चों को लेकर उनके माता-पिता देश भर में ईलाज के लिये घूूमे चिकित्सकों ने ईलाज के लिये मना कर दिया लेकिन उनका ईलाज एक्यूपंक्चर चिकित्सा पद्धति मंें सभव हुआ।
मत्र 3 माह के ईलाज में दोनों बालक चल सकते है,गर्दन सीधी रख सकता है, बोल सकता है और कुछ सुन भी सकते है। डॉ. सिरोया ने बताया कि शिविरमें लकवाग्रस्त रेागी मलिा भी आयी जिसे लकवा हो गया था लेकिन इस चिकित्सा पद्धति में ईलाज मिलने के बाद 11 दिन में वह चल सकती है और हाथ उठा सकती है। एक्यूपंक्चर एवं एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति से पिछले लम्बे समय से चल रही विभिन्न बीमारियों सहित असाध्य रोगों स्पोन्डिलाईसिस, पेरेलाईसिस,एलर्जिक, जुकाम, बेकपेन, कमरदर्द, घुटनों का दर्द, श्वांस रोग सहित विभिन्न प्रकार के पुराने दर्द का इस चिकित्सा पद्धति से ईलाज किया गया है। सबसे प्रमुख बात इस पद्धति में कोई साईड इफेक्ट नहीं होता है।
क्लब अध्यक्ष डॉ. एन.के.धींग ने बताया कि शिविर में 153 रोगियों को डॉ. बी.एल.सिरोया द्वारा रोगियों को उपचार प्रदान किया गया। शिविर की सफलता को देखते हुए सेवा भारती हॉस्पिटल के साथ निकट भविष्य में ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस प्रकार का एक शिविर आयोजित किया जाएगा।
क्लब सचिव दिनेशचन्द्र अग्रवाल ने बताया कि इस अवसर पर अम्बालाल बोहरा,हॉस्पिटल के प्रबन्ध संचालक यशवन्त पालीवाल सहित अनेक सदस्य एवं हॉस्पिटल के चिकित्सक एवं स्टॉफ मौजूद था।