रोटरी क्लब एलीट द्वारा टीच सेमिनार लेवल-3 एवं विन्स सेमिनार
रोटेरियन ने ली स्वच्छता की शपथ
उदयपुर। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3054 लिट्रेसी एवं विन्स कमेटी तथा रोटरी क्लब एलीट के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को रोटरी बजाज भवन में टीच सेमिनार लेवल-3 एवं विन्स सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें राज्य के 64 रोटरी क्लबों के करीब 150 से अधिक रोटेरियन ने भाग लिया। सेमिनार में देश के सभी राजकीय विद्यालयों को सर्वसुविधा युक्त बनाते हुए उन्हें हैप्पी स्कूल में परिवर्तित किया जा रहा है। जिसमें अब तक देश में 1928 राजकीय विद्यालयों को हैप्पी स्कूल बनाया जा चुका है।
रोटरी डिस्ट्रक्ट 3054 के टीच निदेशक आशीष देसाई ने रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन की जानकारी देते हुए बताया कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने दक्षिण पूर्वी एशिया से निरक्षरता समाप्त करने के उद्देश्य से भारत में दो वर्ष पूर्व रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन प्रारम्भ किया। इन गत 2 वर्षो में रोटरी ने देश में अब तक 19319 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया,12930 विद्यालयों को ई-लर्निंग किट बांटे,76557 निरक्षर वयस्कों को साक्षर किया,14 राज्यों के 34 स्वयं सेवी संगठनों के जरिये आशा किरण प्रोजेक्ट के माध्यम से 34184 बच्चों को पुनः शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया गया।
रोटरी ने किया कैलाश सत्यार्थी फाउण्डेशन, सीआईआई के साथ करार- रोटरी ने जनहित में नोबल पुरूस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी फाउण्डेशन के साथ करार करते हुए भारत में एक लाख उन बच्चों को वापस स्कूल में लाया जाएगा, जो किसी कारणवश स्कूली शिक्षा को छोड़़ चुके है। इसके साथ ही रोटरी द्वारा सीआईआई के साथ किये करार में 50 हजार स्कूलों में स्पोर्ट्स उपकरण उपलब्ध कराये जाऐंगे। यदि सीआईआई के साथ किया यह करार विद्यालयों में सफल हो जाता है तो केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय प्रत्येक स्कूल को 10-10 लाख रूपयें का अनुदान देगी।
विन्स प्रोजेक्ट के निदेशक पूर्व प्रान्तपाल रमेश अग्रवाल विन्स प्रोजेक्ट के बारे में बताया कि भारत में प्रतिदिन 10 करोड़ बच्चें स्कूलों में हाथ धोकर मिड डे मिल खाते है और यह रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय के विन्स प्रोजेक्ट के तहत संभव हो पाया है। देश में प्रतिदिन विभिन्न कारणें से मर रहे 2000 बच्चों की मृत्यु दर को रोकने के लिये विन्स प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेकट के रूप में लेकर इसको देशभर के राजकीय विद्यालयों में लागू किया जा चुका है।
राज्य सरकार के साथ किया करार- प्रान्तपाल गुजरात के मौलिन पटेल ने बताया कि रोटरी ने राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के साथ करार कर राज्य के 550 स्कूलों में विन्स प्रोजेक्ट लागू करने का निर्णय लिया है और इसमें लगने वाला करीब 4-5 करोड़ रूपयें रोटरी लगायेगी। इसमें एक एनआरआई सुशीला गुप्ता ने 150 स्कूलों को गोद ले कर सवा दो लाख डालर का सहयोग दिया है।
पटेल ने कहा कि जिस दिन आमव्यक्ति निजी विद्यालयों के बजाय सरकारी विद्यालयों में अपने बच्चों को अध्ययन के लिय भेजना प्रारम्भ कर देंगे,उस दिन रोटरी का यह मिशन पूरा हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि रोटरी ने गुजरात में भी राज्य सरकार के साथ करार कर वहंा के 500 स्कूलों में टायलेट निर्माण का कार्य हाथ में लिया हे जिसकी शुरूआत नवरात्रि से होगी। रोटरी क्लब अहमदाबाद एमराल्ड ने गजरात के 800 बच्चे को आशाकिरण प्रोजेक्ट में गोद लेकर उनका सर्वांगिण विकास करने का निर्णय लिया है। एक बच्चे पर 2500 रूपये की लागत आयेगी।
सेमिनार में ई-लर्निंग,एडल्ट लिट्रेसी,बाल विकास,हैप्पी स्कूल विषय पर हुई समूह चर्चा में भाग लेते हुए निर्मल सिंघवी ने कहा कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय कोरपोरेट जगत के साथ मिलकर विद्यालयों में विन्स कार्यक्रम प्रारम्भ करेगी। प्रान्तपाल निर्वाचित नीरज सोगानी ने कहा कि सेनिटेशन के लिये ग्लोबल ग्रान्ट प्राप्त करना बहुत आसान है। इस प्रोजेक्ट पर कार्य कर राजस्थान में विद्यालयों में टॉयलेट निर्माण के कार्य को पूरा करना है। प्रान्तपाल मनोनीत बीना देसाई ने इस सन्दर्भ में रोटरी की स्टेªेटेजिक प्लानिंग पर चर्चा की। इस अवसर पर रोटरी क्लब एलीट ने 50,रोटरी क्लब उदय ने 25,रोटरी क्लब मींरा ने 25 स्कूलों को गोद ले कर वंहा विन्स प्रोेजेक्ट पूरा किया जाएगा।
प्रान्तपाल मौलिन पटेल ने कहा कि रोटरी शिक्षकों को इस प्रकार की टेªेनिंग दे कर उनकी मानसिकता को बदलेगी कि वे भी अपने बच्चों को सरकारी विद्यलायों में अध्ययन करायें। इस प्रकार से यदि हम 50 शिक्षकों को भी सही प्रकार से प्रशिक्षण दे पायें तो वे 50 हजार बच्चों का भविष्य बदल देंगे। राकेश गुप्ता ने कहा कि शिक्षकांे के लिये भी रिफ्रेशर कोर्स होने चाहिये ताकि बच्चों को आधुनिक शिक्षा एवं शिक्षा में हो रहे परिवर्तनों से लाभान्वित किया जा सकें। इस पर निवर्तमान प्रान्तपाल रमेश चौधरी ने भी अपने विचार रखें।
निधि सक्सेना ने कहा कि शिक्षा का स्तर उच्च हो गया है और शिक्षकों को अपग्रेड करने की जरूरत है। सबसे ज्यादा ग्रामीण शिक्षकों पर फौकस करने की आवश्यकता है। डॉ. निर्मल कुणावत ने बताया कि विद्यलायों में एक ई-लर्निंग प्रोजेक्ट प्रारम्भ करने में 30 से 40 हजार रूपयें का खर्चा आता है। इस एक ई-लर्निंग प्रोजेक्ट से अनेक बच्चें लाभान्वित होते है। इसलिये रोटरी ने इस प्रोजेक्ट को भी हाथ में लिया है। ई-लर्निंग का नया सोफ्टवेयर विद्यालयों में उपलब्ध करा दिया गया है।
सेमिनार में बलवन्त चिराना ने कहा कि रोटरी ने देश में अब तक 80 हजार बच्चों को वापस शिक्षा से जोड़ा है। अब रोटरी ने बच्चों एवं स्वाभिमान केन्द्रों के जरिये निरक्षर वयस्कों को साक्षर बनाने का जिम्मा हाथ में लिया है। आशीष देसाई ने बताया कि देश में अब भी मात्र 76 प्रतिशत जनता ही साक्षर है जिसे 100 प्रतिशत में बदलना है और रोटरी यह कार्य करके दिखायेगी। दीपक सुखािड़या ने कहा कि दक्षिण राजस्थान में अभी भी 50 प्रतिशत से कम महिलाएं साक्षर हुई है जिन पर पूरा ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। मुनीष गोयल ने कहा कि पूर्व की अपेक्षा अब जनता में साक्षर बनने की जागरूकता आने लगी है और जनता धीरे-धीरे इस ओर अग्रसर होती जा राही है।
किरण पोद्दार ने कहा कि बच्चों के विकास के लिये जरूरतमंद बच्चों का चयन कर उनका सर्वांगिण विकास करना होगा। इसके लिये कच्ची बस्तियों की ओर रूख करना होगा। डॉ. ऋतु वैष्णव ने कहा कि अब तक 60 लाख बच्चें स्कूल गये ही नहीं। ऐसे बच्चों को पुनः स्कूल भेजने के लिये रोटरी ने आशाकिरण नामक एक प्रोेजेक्ट शुरू किया है। इसके लिये रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय व गैर राजकीय संगठनों के बीच करार हुआ है। मधु सरीन ने कहा कि किसी भी राजकीय स्कूल को हैप्पी स्कूल में तब्दील करने के लिये विभिन्न बिन्दुओं का ध्यान रखना पड़ता है। इस अवसर रमेश अग्रवाल ने सभी रोटेरियन्स को स्वच्छता की शपथ दिलायी।
समारोह में रोटरी क्लब एलीट के बुलेटिन संपादक आर.क.ेसिंह ने अतिथियों के हाथों बुलेटिन का विमोचन कराया। समारोह में ही पूर्व प्रान्तपाल डॉ. यशवन्तसिंह कोठारी ने अपनी स्वरचित पुस्तक उड़ान का भी विमोचन कराया। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष कमलेश तलेसरा ने अतिथियों का स्वागत किया। मीट चेयरमेन आशीष चोर्डिया ने बताया कि रोटरी का वर्ष 2019 तक का मिशन है कि दक्षिण-पूर्व एशिया को पूर्ण रूप से साक्षर बनाना है और इस कार्य में रोटरी पूरी तन्मयता के साथ जुट चुकी है। शुयआत में विजयलक्ष्मी गलुण्डिया,साधना तलेसरा एवं सुशीला मेहता ने ईश वंदना प्रस्तुत की जबकि अंत में सचिव सुनील वस्तावत ने आभार जताया। संचालन रमेश मोदी ने किया।