उदयपुर। विद्यार्थियों को कुशाग्र बनाने बौद्धिक क्षमता के विकास करने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाने के मकसद से पेसिफिक यनिवर्सिटी में इंटरकॉलेज शतरंज टूर्नामेंट का उत्साहपूर्ण आगाज हुआ।
पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज कॉलेज की मेजबानी में आयोजित दो दिवसीय प्रतियोगिता का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इससे पूर्व प्रतिभागियों को ‘kपथ भी दिलवाई गई की वह खेल को खेल भावना से और पूरी लगन से खेलेंगे।
इंटरकॉलेज शतरंज प्रतियोगिता में यूनिवर्सिटी के विभिन्न कॉलेजों की 10 टीमें भाग ले रही है। बताया गया कि टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वेस्ट जोन टूर्नामेंट में भाग लेंगे और वहां जीतने पर उन्हें नेषनल प्रतियोगिता में खेलने का मौका मिलेगा।
उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए डॉ. अनुराग मेहता ने कहा कि शतरंज से युवाओं में मेंटल स्ट्रेन्थ और एनालेटिकल थिंकिंग विकसित होती है और साथ ही उन्हें तनाव और स्ट्रेस को बेहतर ढंग से मैनेज करना आ जाता है। इसका सीधा लाभ उन्हें अकादमिक परीक्षाओं में भी मिलता है। खेल सचिव डॉं. जोगेंद्र सिंह ने खिलाड़ियों को सच्ची खेल भावना से खेलने का आह्वान किया। इस मौके पर पीआईबीएस में वर्ल्ड चेस फेडरेशन के फीडर आर्बिटर और इंस्ट्रक्टर प्रवीण कोठारी ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी के शतरंज संबंधी दिशा निर्देश दिए। बुधवार को ही टीमों के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।