विश्वशांति महायज्ञ आयोजन से आज से होगी कार्यक्रमों की शुरूआत
उदयपुर। गणिनी आर्यिका 105 सुप्रकाशमति माताजी का 52 वंा ज्योति महोत्सव 2 अक्टूबर को आयोजित होगा। जिसे तहत पंाच दिवसीय कार्यक्रमों की शुरूआत माताजी के सानिध्य में सर्वग्रह दोष परिहारक-कार्लसर्पयोग निवारक महामण्डल विधान से 28 सितम्बर से होगी।
कमेटी अध्यक्ष राजेश बी.शाह ने बताया कि महाराष्ट्र के नागपुर से आये विधानाचार्य ऋषभ जैन के निर्देशन में दिल्ली के संगीतकार मनीष जैन एण्ड पार्टी तथा आगरा के मुकेश जैन दिलवारी के मुधर स्वर में गाये जाने वाले भजनों के बीच ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रमों की शुरूआत होगी।
कार्यकारी अध्यक्ष ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि इस अवसर पर 108 इन्द्र-इन्द्राणियों द्वारा भूमि शुद्धि एवं सकलीकरण से महाअर्चना प्रारम्भ की जाएगी। उन्होेंने बताया कि महाअर्चना की विशेषता यह है कि इसे करने से प्रत्येक गृह की दोष की पीड़ा को कम करने के लिये अलग-अलग गृह पूजा होगी। प्रत्येक दिन विश्वशंाति महायज्ञ की आहूति दी जाएगी।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब समय मिलें तब प्रभु की अचर्ना करनी चाहिये उसके लिये कोई समय नियत नहीं होता है। निर्धारित समय पर ही प्रभु अर्चना करने की सोचेंगे तो समय निकलता चला जायेगा। मनुष्य अपने जीवन में प्रभु भक्ति से ही पुण्य संचय करता है और पुण्य में ही सुख एवं समृद्धि को प्राप्त करता है। यह महाअर्चना प्रत्येक प्राणी को गृह दोष से छुटकारा दिलाती है। माताजी ने कहा कि जीवन में लक्ष्मी प्राप्त अवश्य प्राप्त होती है लेकिन अपने साथ जाने का रास्ता साथ लेकर आती है।