सम्मेद शिखर तीर्थयात्रा – 2017
उदयपुर। श्री महावीर युवा मंच संस्थान के तत्वावधान में सकल जैन समाज की सम्म्मेद शिखर तीर्थयात्रा के एक हजार यात्रियों को लेकर श्री सकल जैन संघ तीर्थ यात्रा स्पेशल थ्री टियर एसी व नॉन एसी ट्रेन के यात्री गया स्टेशन पहुंचे जहां से बसों द्वारा बोधगया, पावापुरी, जल मंदिर, कुण्डलपुर व राजगिरी पहुंचे जहां यात्रा का अंतिम पडाव था।
श्री महावीर युवा मंच संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि सभी यात्री पावापुरी स्थित भगवान महावीर की निर्वाण स्थली के दर्शन किये। रात्रि को भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में महाआरती की गई उसके बाद भव्य भजन संध्या व सम्मान समारोह आयोजित हुआ। भक्ति संध्या में सभी यात्री खुब झूमे। इस दौरान फत्तावत ने सभी यात्रियों को आभार व्यक्त किया और बताया कि गलती मनुष्य से ही होती है। मनुष्य अगर काम करेगा तो गलती अवश्य होगी उसके सभी से खमतखामणा मांगी।
अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश चोरडिया ने बताया कि कार्यक्रम में 51 तपस्वियों का सम्मान किया गया उसके बाद तपोनिधी अंलकरण से अंलकृत जीवनसिंह लीलादेवी मेहता व राजेश मेहता का अनुमोदन किया गया। साथ ही जैन श्वेताम्बर महासभा के भोपालसिंह नाहर व संजय बोल्या द्वारा मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत का भी सम्मान किया गया। पावापुरी से सभी यात्री बसों द्वारा कुछ ही दूरी पर स्थित भगवान महावीर स्वामी के जन्मस्थल कुण्डलपुर पहुंचे वहां के मंदिरों के दर्शन किये। उसके बाद सभी राजगिरी पहुंचे वहां पर स्थित पहाड़ी में पांचों टूकों के दर्शन किये। शाम को सभी यात्रियों ने वहां के बाजारों से खरीदारी की। व्यवस्था में विजय लक्ष्मी गलुण्डिया, विजय लुणदिया, दीपक सिंघवी, महेन्द्र तलेसरा, मनीष गलुण्डिया, राजेश मेहता के नेतृत्व में लगभग 20 कोच प्रभारी लगे हैं।
अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश चोरडिया ने बताया कि 7 अक्टूबर को राजगिरी पहुंचे जहां इस यात्रा का अंतिम पड़ाव हुआ। 8 अक्टूबर को ट्रेन से उदयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे और 9 अक्टूबर को सवेरे सभी यात्री झीलों की नगरी में पहुंचेंगे। संचालन विजयलक्ष्मी गलुण्डिया एवं महेन्द्र तलेसरा ने किया।