उदयपुर। ताज ग्रुप के कर्मचारी एरिक पॉल दिव्यांग होने के बाद दिव्यांगों को होने वाली परेशानी का अहसास करते हुए दिव्यागों को मिलने वाली सुविधाएं दिलानें के उ्देश्य दिल्ली से कार के जरिये 4 हजार किमी की यात्रा पर निकले एरिक पॉल उदयपुर पंहुचे और पुनः दिल्ली के लिये रवाना हो गये।
इनकी यात्रा को प्रायोजित कर रहा राउण्ड टेबल इण्डिया के उदयपुर में टेबल के सदस्यों ने एरिक का भवभीना स्वागत किया। एरिक ने बताया कि वर्ष 2012 में 24 वर्ष की उम्र एक हादसे में वे अपंग हो गये और छाती के नीेचे का पूरा हिस्सा सुन्न हो गया। दिव्यांग होने के दिव्यांगों को हर पल होने वाली परेशानी का उन्होंने इस हादसे के बाद अपने आपको दिव्यंागता के साथ काफी मजबूत कर लिया और उनके साथ हुए इस हादसे के बाद उन्होंने देश भर के दिव्यंागों को सुविधायें उपलब्ध कराने का मिशन हाथ मंेे लिया।
राउण्ड टेबल इण्डिया के युद्धवीरसिंह शक्तावत ने बताया कि एरिक पॉल की यात्रा को गत 24 नवम्बर को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने झंडी दिखाकर रवाना हिकया था। एरिक उसके बाद लखनउ होते हुए अरूणाचल प्रदेश के तिनसुकिया गये वहंा से वे उदयपुर पंहुचे। पॉल पूर्वी भारत की यात्रा करते हुए अपनी इस 4 हजार किमी. की यात्रा को सबसे कम समय मात्र 12 दिन में पूरी कर अपना तीसरा रिकॉर्ड बनाना चाहते है। इससे पूर्व उनके द्वारा बनाये गये दो रिकॉर्ड को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिल चुका है। उन्होेंने बताया कि एरिक एक सामाजिक कार्यकर्ता और एक प्रेरक वक्ता होने के साथ-साथ वे गोल्ड, रजत और कांस्य पदक विजेता भी है।
उदयपुर पंहुचने पर राउड टेबल इण्डिया के पदाधिकारियों दीपक भंसाली, अजयराज आचार्य, दीपेश कोठारी, गौरव खन्ना, राहुल शाह, सौरभ कोठारी, प्रतीक नाहर और अक्षत बापना ने उनका भव्य स्वागत किया।