उदयपुर। गुरूनानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय वार्षिकोत्सव कार्यक्रम पनिहारिन के तीसरे दिवस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज एकल पाश्चात्य व लोकगीत नृत्य, समूह पाश्चात्य, लोक तथा मुगल नृत्य प्रतिस्पर्द्धाओं से हुआ।
सांस्कृतिक प्रभारी डॉ. अनुराधा मालवीय व सहप्रभारी डॉ. मीनल कोठारी ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बॉम मेम्बर व विश्वविद्यालय डवलपमेन्ट कमेटी के चेयरमेन प्रोफेसर विजय श्रीमाली थे। विशिष्ठ अतिथि डी.एस. पाहवा, सचिव अमरपाल सिंह पाहवा, सतनाम सिंह पाहवा और प्रेमदीप सिंह कंडा थे। अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो. एन.एस. राठौड़ व छात्रासंघ अध्यक्ष कृष्णा मेनारिया आदि ने किया। कार्यक्रम में एकल लोकनृत्य प्रतियोगिता में हेमा कुंवर देवड़ा ने सागर पाणी भरवा जाऊं सा………गीत पर पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। दिव्यांशी श्रीमाली ने मोरनी बांगा में में बोला आधी रात में ……….गीत पर धमाकेदार नृत्य प्रस्तुति से पांडाल में दर्शकों का झूमने पर विवश कर दिया। कृष्णा मेनारिया ने म्हेन ना पहनूथारी चून्दड़ी……………. गाने पर जोरदार नृत्य कर खूब तालियॉं बटोरी। युगल नृत्य प्रतिस्पर्द्धा में भावना सिरोया व ऋषिता चौबीसा ने केसरिया बालम आओं ना पधारो म्हारे देश………………… गीत पर मनमोहक नृत्य कर राजस्थानी परिवेश को जीवंत कर दिया। हेमलता मेनारिया व पिंकी मेनारिया ने यू लुक छाया ना जाओ जी म्हने सकल दिखाओं जी………… गीत पर जोरदार नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. विजय श्रीमाली ने कहा कि सांस्कृतिक व साहित्यिक प्रवृत्तियों से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का समुचित विकास होता है। श्रेष्ठ सहशैक्षणिक प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभाओं की कला प्रतिभा को भी नवीन आयाम मिलता है। विशिष्ठ अतिथि अमर पाल सिंह ने कहा कि श्रेष्ठ शिक्षण के साथ सहशैक्षणिक प्रतिस्पर्द्धाएॅं व्यक्तित्व विकास की परिचालक है।
सांस्कृतिक समिति की सहप्रभारी डॉ. मीनल कोठारी ने बताया कि बुधवार को मिस पनिहारिन का चयन किया जाएगा। इससे पूर्व मिस पनिहारिन के विभिन्न चरणों की प्रतिस्पर्द्धाओ का आयोजन होगा जिसमें इन्टरडेक्शन, प्रश्नोत्तरी एवं टेलेन्ट कॉम्पीटिशन आयोजित होगे। इन प्रतियोगिताओं में विजेता को मिस पनिहारिन का ताज पहनाया जाएगा। मंगलवार को आयोजित प्रतियोगिताओं के निर्णायक डॉ. सुरभि पोरवाल, हिमानी जैन व वीनस व्यास थी। सांस्कृतिक समिति की सदस्य अनिता पालीवाल, डॉ. मीनल कोठारी, विनता वर्मा, डॉ. रश्मि मनोज, छात्रासंघ सांस्कृतिक सचिव दिव्यांशी श्रीमाली ने कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया। संचालन डॉ. रेखा तिवारी व अनिल चतुर्वेदी ने किया। धन्यवाद उपाचार्या डॉ. अनुज्ञा पोरवाल ने ज्ञापित किया।