नौजवानों में कम्यूनिकेशन स्किल विकसित करें विश्वविद्यालय : राज्यपाल
उदयपुर। राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा कि मौजूदा दौर में राजनीति से लेकर सामान्य व्यवहार, भाषा एवं सम्भाषण में गिरावट चिंता का विषय है। उन्होंने भावी पीढ़ी में आत्मविश्वास पूर्ण, स्वच्छ, संयमित एवं विनम्र सम्भाषण कला विकसित करने के लिए विश्वविद्यालयों को अनिवार्य अतिरिक्त पाठ्यक्रम संचालित करने पर विचार करने की जरूरत बताई।
वे शनिवार को उदयपुर के विवेकानंद सभागार में मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के 25 वें दीक्षान्त समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने समारोह में कुल 202 गोल्ड मेडल व पीएचडी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ-साथ रोजगार के क्षेत्र में भी विनम्र सम्भाषण कला की प्रमुख भूमिका है। सरकारी सहित निजी क्षेत्रों में रोजगार के लिए होने वाले साक्षात्कारों में कम्यूनिकेशन स्किल विकसित करने की दिशा में राज्यपाल ने सुखाडि़या विश्वविद्यालय को रोल मॉडल की भूमिका निभाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को अध्ययन-अध्यापन के साथ सामाजिक सरोकारों से जुड़कर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्हें विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर पैनी निगाह रखते हुए उनके उचित समाधान की राह समाज लिये प्रशस्त करनी होगी। उन्होंने सामाजिक विज्ञान संकाय को इसके लिए आगे आने की जरूरत बताई।
कौशल विकास का केन्द्र बनें विश्वविद्यालय : राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि बदलते परिवेश में शिक्षा के साथ आजीविका के लिए अब कौशल विकास की महती आवश्यकता है। ऐसे में विश्वविद्यालयों को ज्ञान का केन्द्र बनाए रखते हुए कौशल विकास के केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना होगा। उन्होंने कहा कि दीक्षान्त के समय विद्यार्थियों के पास ऐसा कौशल हो कि वे अपनी आजीविका भली-भांति निर्वहन कर सके। उन्होंने विश्वविद्यालय के द्वारा साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम आरंभ करने पर प्रसन्नता जाहिर की।
राज्य के हर उपखण्ड पर होंगे कॉलेज : समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि राज्य में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए सरकार संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। राजस्थान सरकार ने पिछले चार वर्षों में राज्य में 45 नये राजकीय महाविद्यालय खोले हैं। राज्य के शेष रहे 22 उपखण्ड मुख्यालयों पर भी महाविद्यालय खोले जाने के लिए सरकार प्रभावी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के 100 महाविद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए 2-2 करोड़ की राशि रूसा से उपलब्ध कराई गई है।
अध्यात्म केन्द्र कॉर्नर का शुभारंभ : राज्यपाल कल्याण सिंह ने इस मौके पर विश्वविद्यालय आरोग्य एवं अध्यात्म केन्द्र की ओर से स्वाध्याय सत्र श्रीमद्भागवत संजीवनी के प्रवचन आधारित कॉर्नर का भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर शुभारंभ किया।
57 गोल्ड और 145 को पीएचडी : समारोह में माननीय राज्यपाल के हाथों 57 गोल्ड मेडल एवं 145 दीक्षार्थियों को पीएच.डी. की उपाधि प्रदान की गई। इनमें स्वर्ण पदक में 13 पुरुष व 44 महिलाओं तथा पीएचडी में 75 पुरुष व 70 महिला आशार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई।
समारोह में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा, कोटा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके दशोरा, सुखाडि़या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार हिम्मतसिंह भाटी सहित विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी समुदाय एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।