उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक माईनिंग एकेडमी के पहले दीक्षांत समारोह में 150 प्रशिक्षणार्थी सम्मानित हुए। अतिथियों के रूप में खान मंत्रालय सचिव, केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता सचिव, फीमी महासचिव, खनन कौशल परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्तान जिंक के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत् बुधवार को यशद भवन सभागार में सचिव खान मंत्रालय, केन्द्र सरकार अरूण कुमार एवं केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता सचिव डॉ. केपी कृष्णन के विशिष्ट आतिथ्य में हिन्दुस्तान जिंक माइनिंग एकेडमी का पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में 103 जम्बो ड्रील ऑपरेटर एवं 47 वाईडिंग इंजन ऑपरेटर को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि महासचिव फीमी आरके शर्मा, खनन कौषल परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एके भण्डारी एवं हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल थे।
अरूण कुमार ने हिन्दुस्तान जिंक माईनिंग एकेडमी की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी अंडरग्राउण्ड माइनिंग में कौषल की मांग को पूरा करने में कामयाब होगा। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि वे अपनी कार्यकुषलता को और निखारें ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता मिल सके। उन्होंने कहा कि भारत में दुर्लभ खनिज अंडरग्राउण्ड माइन में उपलब्ध है जिसके कारण इस क्षेत्र में पारंगत कार्य करने वालों का भविष्य उज्जवल है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केपी कृष्णन ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्थापित की गयी माइनिंग एकेडमी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कौशल भारत अभियान के अनुरूप उसे पूर्ण करता दिखाई देता है जिसका उद्धेश्ये पर्याप्त मात्रा में क्षमता को बढ़ाना, कौशल विकास से रोजगार योग्य बनाना एवं व्यावाहारिक प्रषिक्षण एवं कौषल विकास को आंकाक्षापूर्ण बनाना है। हिन्दुस्तान जिंक माइनिंग एकेडमी स्कील इण्डिया मिषन की भागीदारी का प्रमाण है, साथ ही उन्होंने आईटीआई और डिप्लोमा धारकों को इस प्रकार के प्रशिक्षण के उपरान्त दीक्षांत समारोह की भी प्रशंसा की।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल जो कि स्किल काउन्सिल फोर माईनिंग सेक्टर की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष भी है ने ‘हिन्दुस्तान जिं़क माईनिंग एकडमी’ स्थापित करने के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देष्य राजस्थान के योग्य युवाओं की रोजगार क्षमता में वृद्धि करना है। हमारा प्रयास रहेगा की इस एकेडमी में प्रषिक्षण प्राप्त करने वाले युवा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कुषल तकनीक तक पहुंच सके जिससे हिन्दुस्तान जिं़क इन्हंे हर प्रकार की कौषल सुविधा देने को तैयार है। उन्होंने प्रषिक्षणार्थियों से आव्हान किया कि वें अपनी कार्य कुषलता की गुणवत्ता को बढा कर उसे स्तरीय बनाए ताकि उनकी मार्केट वेल्यू अच्छी हो।
खनन क्षेत्र में मानव संसाधन की कमी को दूर करने के लिए हिन्दुस्तान जिं़क ने भारत की पहली माईनिंग एकेड़मी की स्थापना की है जो जंबो ड्रिल तथा वाईडिंग इंजन आॅपरेषन संचालन में आईटीआई उत्तीर्ण अभ्यार्थियों को प्रषिक्षित कर रही है। इस दीक्षांत समारोह में जंबो ड्रील ऑपरेटर के तीसरे बैच और वाईडिंग इंजन ऑपरेटर के पहले बैच के सभी प्रषिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र एवं दोनो बैच के टॉप तीन प्रशिक्षणार्थियों को शील्ड एवं 25 हजार, 20 हजार एवं 15 हजार की नकद राशि से सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्तान जिंक की ओर से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत स्किल काउन्सिल फोर माईनिंग सेक्टर तथा इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ स्किल डवलपमेंट प्रा. लि. के सहयोग से स्थापित हिन्दुस्तान जिंक माइनिंग एकेडमी राज्य के लगभग 500 आईटीआई पास-आउट्स युवाओं को जम्बो ड्रिल ऑपरेशंस एवं वाईन्डिग इंजन ऑपरेशंस में प्रषिक्षण देने का लक्ष्य है।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड कार्पोरेट कम्यूनिकेषन पवन कौषिक ने बताया कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल के विज़न के अनुसार 2014 में माईनिंग एकेड़मी की नींव रखी गयी, जिसका उद्देश्यी राज्य के शिक्षित बेरोजगार जो कम से कम डिप्लोमा या आईटीआई उत्तीर्ण हो, विशेषकर अंडरग्राउण्ड माईन्स में भारी सयंत्र जैसे जम्बो ड्रील, वाईडिंग इंजन ऑपरेटर, बेलमेन-बेंक्समेन को विशेष ट्रेनिंग देकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। यह प्रशिक्षण पूर्णतया निशुल्क व भोजन आवास सुविधा सहित है जिसमें इनके व्यक्तित्व विकास के लिए आर्ट ऑफ लिविंग, योग, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधि और मनोरंजन पर भी बल दिया जा रहा है। इस एकेडमी के अंतर्गत अब तक लगभग 300 प्रतिभागी प्रशिक्षण ले चुके हैं।
कार्यक्रम में निदेषक केन्द्रीय खनन एवं ईंधन शोध संस्थान धनबाद के पीके सिंह, हेड एसएससी गर्वनेन्स नेशनल स्किल डेवलेपमेंट कार्पोरेषन अरूण कुमार चंदेल, वॉल्केम इण्डिया लिमिटेड़ के प्रबंध निदेषक अरविंद सिंघल, प्रबंध निदेषक अरावली मिनरल्स एवं केमिकल्स एमएल लुनावत, प्रबंध निदेशक राजस्थान बेराइट्स के डॉ. एमएस सिंघवी, अशोक लेलैण्ड रेल मगरा सेंटर के संजय गौतम, इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ स्किल डवलपमेंट के निदेषक अंषुक तलवार सहित हिन्दुस्तान जिंक के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्त में मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्कील काउंसिल फॉर माइनिंग सेक्टर एके भण्ड़ारी ने सभी का आभार व्यक्त किया।