बाजौर ने शहीद परिजनों का किया सम्मान
उदयपुर। शहीदों के आगे नतमस्तक होने मात्र से ही गर्व की अनुभूति होती है। देश के लिए शहादत से बढ़कर और कोई सम्मान नहीं हो सकता।
ये विचार सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) प्रेमसिंह बाजौर ने सैनिक सम्मान यात्रा के तहत शनिवार को उदयपुर जिले के शहीद लेफ्टिनेंट अर्चित वर्डिया, लेफ्टिनेंट अभिवन नागौरी, गनर देवी सिंह एवं कांस्टेबल रतनलाल के निवास स्थान पर उनके परिजनों के सम्मान के मौके पर व्यक्त किये।
शहीदों को श्रंद्धांजलि देते हुए रूंधे हुए कण्ठ से श्री बाजौर ने कहा कि शहीद देश की आन बान और शान के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर देते हैं। उन्होंने शहीदों को देवतुल्य पूजनीय बताया और कहा कि हमें कृतज्ञ होकर शहीदों के सम्मान में सदैव नतमस्तक होकर भावी पीढ़ी को राष्ट्र की अस्मिता के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रेरणा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत अमूल्य है। उन्होंने शहीद परिवारों को साधुवाद देते हुए नमन किया और कहा कि ऐसे वीरों की शहादत से पूरा राष्ट्र नतमस्तक है। इन मौकों पर सभी मौजूद जन की भी आंखें शहीदों के सम्मान में नम हो गईं।
सरकार ने तैयार किया पैकेज
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शहीदों को सम्मान देने और उनके आश्रित परिजनों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने विशेष पैकेज तैयार किया है। इसमें शहीद के परिवार के आश्रित अथवा परिवार की ओर से मनोनीत व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी वहीं शहीद के सम्मान में उस क्षेत्र के सरकारी संस्था यथा विद्यालय, सड़क आदि किसी का सहमति से नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शहीदों के परिवाजन की इच्छा पर शहीद की मूर्ति भी लगवाई जाएगी। इस मौके पर समिति के सदस्य कर्नल जगदेव सिंह, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, उपमहापौर लोकेश द्विवेदी, बड़गांव प्रधान खूबीलाल पालीवाल, उपप्रधान श्रीमती उषा डांगी, पूर्व महापौर श्रीमती रजनी डांगी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुभाष चन्द शर्मा, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल गुमान ंिसह राव, समाजसेवी नीम का थाना निवासी शहीद सुनील कुमार के पिता सांवल राम यादव, मनजीत सिंह पाहवा समाजसेवी प्रेमसिंह शक्तावत, पार्षद जगत नागदा, रॉबिन सिंह सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।
शहीदों के घर पहुंचे अध्यक्ष बाजौर
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति राजस्थान के अध्यक्ष बाजौर उदयपुर जिले के गोगुन्दा के उदावतों का गुड़ा में शहीद गनर देवी सिंह, उदयपुर शहर के भुवाणा में शहीद अर्चित वर्डिया, चित्रकूट नगर में शहीद अभिनव नागौरी तथा गिर्वा के बोरफला में शहीद रतनलाल के घर पहुंचकर शहीदों के छायाचित्रों पर पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धाजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित जन ने भी श्रद्धांसुमन अर्पित किए।
शॉल ओढ़ा कर सम्मान
श्री बाजौर ने गोगुन्दा में शहीद आश्रित श्री रतन सिंह, शहीद अर्चित वर्डिया की माता श्रीमती बीना वर्डिया एवं बहिन दिव्यानी वर्डिया, शहीद अभिनव के पिता श्री धर्मचन्द एवं माता श्रीमती सुशीला नागौरी व बहिन श्वेता नागौरी तथा शहीद रतनलाल के यहां श्रीमती पुष्पादेवी का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस मौके पर उपस्थित सभी ने एक स्वर में जयघोष करते हुए कहा कि हमें अपने वीर शहीदों पर गर्व है।
इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिवारजन से शहीदों के नाम से सड़क, विद्यालय व चौराहों के नामकरण, शहीदों की मूर्तियों की स्थापना के स्थल आदि को लेकर चर्चा की। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि आगामी चार-पांच माह में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अब तक 400 शहीदों की मूर्तियां लगाई जा चुकी है।
बोरफला के ग्रामीणों ने की सम्पर्क सड़क की मांग
गिर्वा ब्लॉक के बडी उन्दरी के बोरफला निवासी शहीद रतनलाल के घर पहुंचने पर ग्रामीणों ने श्री बाजौर के समक्ष शहीद के घर तक सम्पर्क सड़क बनाने की मांग रखी। जिस पर श्री बाजौर ने आश्वासन दिया कि सरकार के स्तर पर त्वरित प्रयास कर इस कार्य को प्राथमिकता से किया जाएगा। इस मौके पर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा व गिर्वा एसडीएम कमर चौधरी भी मौजूद थे।
इससे पूर्व श्री बाजौर शनिवार की सुबह गोगुन्दा के उदावतों का गुड़ा में शहीद गनर देवी सिंह के निवास स्थान पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे जहां गोगुन्दा विधायक प्रताप भील एवं गोगुन्दा के उपखण्ड अधिकारी सहित ग्रामवासी मौजूद थे।
भावी पीढ़ी शहीदों से ले प्रेरणा
श्री बाजौर ने अभिनव नागौरी राउमावि भुवाणा में शहीद श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिरकत करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे राष्ट्रहित में अपनी सोच को उच्च बनाएं। उन्होंने कहा कि शहीद राष्ट्रप्रेरणा के परिचायक है भावी पीढ़ी को उनके चरित्र एवं आदर्श को अपनाने की जरूरत है। इस मौके पर शहीद नागौरी के पिता धर्मचन्द नागौरी ने शिक्षा उन्नयन के लिए निजी तौर पर हरसंभव भागीदारी की इच्छा व्यक्त की।
22 जिलों की शहीद सम्मान यात्रा पूर्ण
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की पहल और मंशानुरूप शहीद सम्मान यात्रा के तहत 1600 शहीद परिवारों के घर जाकर उनके आश्रित परिवारजन को सम्मानित कर, उनकी परिवेदनाओं को जानकर निस्तारण किया जा रहा है। साथ ही शहीदों के नाम पर नामकरण व शहीद की मूर्ति लगवाने का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक पूरे प्रदेश के 22 जिलों की यात्रा वे कर चुके है। इस दौरान 70 फीसदी से अधिक अभाव अभियोगों का मौके पर निस्तारण किया जा चुका है।