उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा आज विधानसभा में पेश किये गये बजट में शहर की बहुप्रतिक्षित फिल्मसिटी को लेकर किसी प्रकार की घोषणा नहीं किये जाने से फिल्मी प्रेमियों में घोर निराशा छा गयी और इसके ले कर शहर के विकास को लेकर जो उम्मीदें की गई थी वे भी टूट गयी।
राजस्थान फिल्मसिटी संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुकेश माधवानी ने बताया कि यदि बजट में इसकी घोषणा की जाती तो निश्चित रूप से न केवल शहर का चहंुमुंखी विकास होता वरन् शहर में रोजगार क्षेत्र में जबरदस्त बूम आता। इसके अलावा राज्य सरकार को सिर्फ जमीन आंवटन के बदले सालाना करीब 500 करोड़ रूपयें का राजस्व मिलता।
समिति प्रवक्ता दिनेश गोठवाल ने बताया कि यदि फिल्मसिटी की घोषणा होती तो मुबंई के फाईनेन्सर फिल्मसिटी निर्माण पर निवेश करने के लिये तैयार बैठे है। बजट की पुनर्समीक्षा में भी यदि मुख्यमंत्री फिल्मसिटी की घोष्णा करती है तो निश्चित रूप से आने वाले वर्षो में यह फिल्मसिटी विश्व मे अपना एवं राज्य का नमा रोशन करेगी।