उदयपुर। प्रदेश में अभी तक का सबसे बड़ा किसान वैज्ञानिकों का राष्ट्रीय मंथन 18-19 फरवरी को पेसिफिक विश्वविद्यालय हाल में होगा। पेसिफिक विश्वविद्यालय और भारतीय किसान संघ के आमंत्रण पर राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मूकश्मीर, बिहार, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र और गुजरात के राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किसान वैज्ञानिक 17 फरवरी से उदयपुर पहुंचने लगेंगे।
पेसिफिक विश्वविद्यालय की प्रोवोस्ट डा. महिमा बिरला के अनुसार राष्ट्रीय मंथन में भाग लेने वाले किसान वैज्ञानिकों में से राजस्थान के गुरमेल सिंह धौंसी, रायसिंह दहिया और संतोष पचार एवं हरियाणा के धर्मवीर कम्बोज दो सप्ताह से अधिक राष्ट्रपति भवन में मेहमान रहे। हरियाणा के ईश्वर सिंह कुंडू देश के एकमात्र किसान वैज्ञानिक हैं जिन्हें एक ही सम्मान समारोह में 44 लाख रूपये की सम्मान राशि मिली। राष्ट्रीय मंथन में आ रहे राजस्थान के रायसिंह दहिया, हरियाणा के धर्मवीर कम्बोज और महाराष्ट्र के राजेन्द्रलाल छबुलाल जाधव को मुम्बई में ‘पैडमेन‘ फिल्म के प्रमोशन कार्यक्रम में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने 5-5 लाख रूपये सम्मान राशि प्रदान की। अन्य किसान वैज्ञानिक भी प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत हो चुके हैं।
राष्ट्रीय मंथन के 18 फरवरी को उद्घाटन सत्र में, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक, कृषि शिक्षा, डा. नरेन्द्र सिंह राठौड़ और पेसिफिक विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा 11 प्रदेशों के 44 किसान वैज्ञानिकों को ‘किसान वैज्ञानिक सम्मान प्रदान करेंगे। साथ ही मिशन फार्मर साइंटिस्ट अभियान के प्रणेता और वरिष्ठ कृषि पत्रकार डा. महेन्द्र मधुप की पुस्तक ‘प्रयोगधर्मी किसान‘ का लोकार्पण करेंगे। राष्ट्रीय मंथन से सम्मानित होने वाले सभी किसान वैज्ञानिक इस पुस्तक के कृषि महानायक हैं।
द्वितीय सत्र में डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में किसान वैज्ञानिक अपने अनुसंधान के बारे में बताएंगे। 19 फरवरी को सुबह 11 बजे पेसिफिक विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में तीसरे व अंतिम सत्र में भी किसान वैज्ञानिक अपने शोध अनुभवों को साझा करेंगे। दोनों दिन भारतीय किसान संघ के प्रदेश संगठन मंत्री कृष्ण मुरारी, राजस्थान पशु चिकित्सा और पशुविज्ञान विश्वविद्यालय, राजुवास, बीकानेर के पूर्व कुलपति प्रो. एके गहलोत, जयपुर दूरदर्शन के निदेशक रमेश शर्मा और पिपलांत्री माडल के प्रणेता श्यामसुंदर पालीवाल विशिष्ट अतिथि रहेंगे।