न्यूमोकोकल कोन्जूगेट वैक्सीन (पीसीवी) शामिल
उदयपुर। प्रदेश में संचालित राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में निमोनिया बचाव के लिए न्यूमोकोकल कोन्जूगेट वैक्सीन (पीसीवी) को शामिल किया जा रहा है। प्रथम चरण में यह पीसीवी वैक्सीन प्रदेश के जोधपुर व उदयपुर संभाग के 9 जिलों में प्रारंभ होगा।
पीसीबी वैक्सीन से प्रतिरक्षित करके प्रारंभ में प्रतिवर्ष लगभग साढ़े तीन से चार हजार बच्चों को और शीघ्र ही 12 से 13 हजार बच्चों को निमोनिया रोग से बचाया जा सकेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वीनू गुप्ता ने एनएचएम एवं यूनिसेफ के समन्वयन में शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित मीडिया कार्यषाला में यह जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि बच्चों को पीसीवी की 2 प्राइमरी डोज एवं 1 बूस्टर डोज 6 सप्ताह, 14 सप्ताह और नवें माह में लगायी जाएगी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा उपलब्ध करवाये यह वैक्सीन महंगे हैं एवं इसकी प्रत्येक डोज ढाई सौ से तीन सौ रुपये की होती है। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत् प्रत्येक बच्चे को यह वैक्सीन अन्य टीकों की तरह निःशुल्क लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया, दिमागी बुखार एवं अन्य बीमारियों से बचाव हेतु यह टीका पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है।
शासन सचिव एवं मिषन निदेषक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि प्रथम चरण निमोनिया प्रतिरक्षण की यह वैक्सीन बांसवाड़ा, बाड़मेर, डूंगरपुर, जालौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमन्द, सिरोही एवं उदयपुर जिलों में प्रारंभ की जा रही है एवं जल्दी ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी पीसीवी नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल की जायेगी। मीडिया कार्यशाला में निदेशक आरसीएच डा. एसएम मित्तल, परियोजना निदेशक टीकाकरण डा. एसके गर्ग, विश्व स्वास्थ्य संगठन की डा. आरती सिंह, यूनिसेफ की मिस सुरचित वर्धान, डा. अनिल अग्रवाल सहित ग्लोबल हैल्थ स्टेªटजीस, यूनीसेफ, यूएनडीपी, रोटेरी, इटसू के प्रतिनिधिगण व मीडिया संस्थानों के मीडियाकर्मी व संबंधित अधिकारीण मौजूद थे।