उदयपुर। राष्ट्रसंत और गणिनी आर्यिका सुप्रकाशमती माताजी और मुनि आज्ञा सागर महाराज के सानिध्य में औद्योगिक नगरी कानपुर गांव में आयोजित पांच दिवसीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन भगवान आदिनाथ का जन्मकल्याणक हर्षोल्लस के साथ मनाया गया।
धर्मसभा को संबोधित करते सुप्रकाशमति माताजी ने कहा कि ये जीवात्मा जब तक संसार अवस्था में है तब तक किसी न किसी पर्याय के रूप में जन्म लेती है। इस संसार में मनुष्य पर्याय सर्वश्रेष्ठ है। संसार में कुछ लोग आबादी बढ़ाने तो कुछ पाप बढ़़ाने के लिये जन्म लेते है,तो कुछ संस्कृति को जीवित रखने के लिये जन्म लेते है।
उन्होंने कहा कि जहां संत-महात्माओं ने जन्म लिया वहां आत्मा को परमात्मा बनाने के सूत्र सिखया गया। अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिये हम नाटक के रूप में जन्मकल्याण देख रहे हैं।
कानपुर समाज के अध्यक्ष शान्तिलाल जैन एवं चम्पालाल जैन ने बताया कि आज प्रातः शान्तिधारा के लाभार्थी भीमराज ने इसे पूर्ण किया। कार्यक्रम में अष्टकुमारियां और इन्द्र-इन्द्राणी ने अनेक प्रकार के नृत्य नाटकों द्वारा भगवान के जन्मोत्सव का मनाया। उन्होंने बताया कि 20 अप्रेल को तीसरे दिन सम्राट एवं मुकुटबद्ध राजाओं का जुलूस निकाला जायेगा। राजा दरबार, राज्याभिषेक, नीलांजना का नृत्य, महामुनि को वैराग्य, दीक्षा कल्याणक, दीक्षा ग्रहण करना आदि कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।