तेरापंथ महिला मंडल की दो दिवसीय राज्यस्तरीय कन्या कार्यशाला पहचान का उद्घाटन
उदयपुर। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमुद कच्छारा ने कहा कि आज के इस युग में बेटियों को ही कदम उठाने होंगे और संकल्प करना होगा। आज हर क्षेत्र में बेटियां अपना नाम कर रही हैं। बेटा तो एक कुल को रोशन करता है लेकिन बेटी दो कुलों का मान बढाती है।
वे शनिवार को श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मंडल उदयपुर के साझे में आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय आंचलिक कन्या कार्यशाला ‘पहचान‘ की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रही थी।
मुख्य अतिथि पूर्व महापौर रजनी डांगी ने कहा कि राज्य की इतनी बेटियां एक ड्रेस में एक साथ यहां देखकर मन को अदभुत अनुभूति हो रही है। ऐसे शिविर हमारे जीवन में बहुत काम आते हैं। गुरु चरणों में जब हम जाते हैं तो उनकी वाइब्स हमारे अंदर भी प्रवाहित होती है। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि अपनी एक अलग पहचान बनाने का संकल्प करें। अपना, परिवार और पूरे समाज का नाम रोशन करना है।
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कन्या मण्डल प्रभारी मधु देरासरिया ने कहा कि पुण्य की इस धरा पर सर्वाधिक कन्याएं एकत्र हुई हैं। ऐसी पहचान की आवश्यकता है जिससे आपके साथ धर्मसंघ का नाम हो। तकनीक के इस युग में कहीं पहचान खो न जाये, इसलिए ऐसी कार्यशालाओं की जरूरत होती है। अपने अभिभावकों की इजाजत से बाहर निकलें, उनसे ज्यादा आपका भला सोचने वाले और कोई नहीं, यह विश्वास रखें। संघ के काम में खुद को नियोजित करें।
साध्वी श्री गुणमाला श्रीजी ने भी मंगल उदबोधन दिया।
स्वागत वक्तव्य में उदयपुर तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष लक्ष्मी कोठारी ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर राज्य का यह आयाम उदयपुर को देने पर हार्दिक आभार। इस भीषण गर्मी में अपनी परीक्षाएं देने के बाद आराम के मूड में आई बालिकाओं को यहां आना पड़ा और उस पर भी इतनी संख्या की हमें भी उम्मीद नही थी, इसे सफल बनाने पर सभी को बधाई। घबराएं नही, आगे बढ़ते रहें। सफल हों या असफल, बस बढ़ते रहें। इच्छाशक्ति मजबूत रखें। अपनी पहचान कैसे बनाएं, इस कार्यशाला में यही बताया जाएगा।
तेरापंथ सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने कहा कि महिलाओं को आगे लाने का श्रेय गणाधिपति आचार्य तुलसी को वंदन। उन्होंने कहा कि भाग लो चाहें रन या पार्टिसिपेट, ये आपके ऊपर है।
तेयुप अध्यक्ष अरुण मेहता ने कहा कि नारी समाज की आवाज है। इनमें परिवर्तन आएगा तो जरूर समाज प्रगति की ओर उन्मुख होगा।
मण्डल अध्यक्ष लक्ष्मी कोठारी ने बताया कि दिन में दूसरे सत्र में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नीना कावड़िया ने ‘एक नई पहचान-भरें भीतर की उड़ान‘ पर विचार व्यक्त किये। अलग अलग सत्रों में राष्ट्रीय कन्या मण्डल प्रभारी तरुणा बोहरा, नीतू ओस्तवाल, विजयलक्ष्मी भूरा आदि ने विचार व्यक्त किये। समापन सत्र रविवार को होगा।
आरम्भ में कन्या मंडल की बालिकाओं ने नृत्य प्रस्तुत कर मंगलाचरण किया। महिला मंडल की सदस्यों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।