तेरापंथी सभा का शपथ ग्रहण
उदयपुर। साध्वी शासन श्री गुणमाला ने कहा कि जिसकी नींव पक्की होगी, उस पर बना मकान उतना ही मजबूत होगा। आप धर्मसंघ के प्रति जितने मजबूत रहेंगे, आपके संस्कार उतने ही पक्के रहेंगे। भूल व्यक्ति की हो सकती है, संघ की नहीं। गुरु करे, वो कभी नही करना लेकिन गुरु जो कहे, वो अवश्य करना चाहिए।
वे रविवार को चातुर्मासिक प्रवचन के दौरान श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा उदयपुर के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि ग्रहण करना अलग है और दायित्व को निभाना दूसरी बात है। ये पद तो नाममात्र के हैं। समर्पित व्यक्ति को इन पदों की चिंता नहीं होती। अध्यक्ष को रोहिणी बनना है ताकि वो सभी को साथ लेकर चल सके।
मुख्य अतिथि देवस्थान आयुक्त विनीता बोहरा ने कार्यसमिति के सदस्यों को शपथ ग्रहण कराते हुए कहा कि आध्यात्मिक लक्ष्य को प्राप्त करें। नई कार्यकारिणी समाजजनों की उम्मीदों पर खरा उतरे, ऐसा विश्वास है।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने कहा कि भौतिक कार्य बहुत हुए हैं और होते रहेंगे लेकिन मोबाइल और टीवी के युग में समाजजन आपस में नजदीक आएं।
सभा की नई कार्यकारिणी को निवर्तमान अध्यक्ष शांतिलाल सिंघवी ने शपथ दिलाई। अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने बताया कि कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए अर्जुन खोखावत और कमल नाहटा उपाध्यक्ष, प्रकाश सुराणा सचिव, ओमप्रकाश लोरवाल और अरुण चव्हाण सह सचिव, महेंद्र सिंघवी कोषाध्यक्ष, विनोद मांडोत संगठन मंत्री सहित कार्यसमिति सदस्य नियुक्त किये गए है।
लक्ष्मणसिंह कर्णावट ने दायित्व बोध की जानकारी देते हुए कहा कि चातुर्मास के चार माह में साध्वी श्री के गुणों का एक प्रतिशत भी ग्रहण कर पाए तो हमारे लिए यही बहुत होगा। सरंक्षक शांतिलाल सिंघवी ने कहा कि संघ और संघपति के प्रति नई कार्यकारिणी पूर्ण निष्ठा रखें, ऐसी अपेक्षा है।
ज्ञानशाला निदेशक फतहलाल जैन ने ज्ञानशालाओं की जानकारी दी। छह ज्ञानशाला शहर में चल रही हैं और भी बढ़ाई जाएगी। 5 से 15 वर्ष के बच्चों को संस्कार देने का सबसे बढ़िया माध्यम ज्ञानशाला है। ज्ञानशाला की बहनों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। सभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एलएल धाकड़ ने विचार व्यक्त किये। बजरंग सामसुखा, कमल नाहटा एवं सदस्यों ने सुंदर गीतिका प्रस्तुत की। पंकज भंडारी ने भी गीत प्रस्तुत किया। आरम्भ में कन्या मंडल की बालिकाओं ने मंगल गीत प्रस्तुत किया। जितेश ने भी विचार व्यक्त किये। संचालन मंत्री प्रकाश सुराणा ने किया। आभार उपाध्यक्ष अर्जुन खोखावत ने व्यक्त किया।