आचार्यश्री का 77 वंा जन्मोत्सव धूमधाम से मना
ध्यान शिविर में सबसे बड़ी साधना एवं सर्वाधिक शिविरार्थियों के उपस्थित रहने पर बना वल्र्ड रिकाॅर्ड
शाह पहुंचे आचार्य शिवमुनि के द्वार
उदयपुर। आचार्य शिवमुनि महाराज के 77वें जन्मोत्सव के उपलक्ष में महाप्रज्ञ विहार में मंगलवार को विविध आयोजन हुए। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए आचार्य भक्तों, विभिन्न श्रीसंघ के अध्यक्षों ने आचार्यश्री की वन्दना की एवं जन्मोत्सव पर उनकी दीर्घायु के लिए मंगलकामनाएं व्यक्त की।
इस अवसर पर गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने धर्मसभा में उपस्थित होकर आचार्यश्री को शुभकामनाएं प्रेषित कर उनसे मंगल आशीर्वाद लिया। कटारिया ने कहा कि आचार्यश्री मैं राजनीतिक क्षेत्र का व्यक्ति हूं। इस मंगल अवसर पर आप मुझे यही आशीर्वाद दें कि मेरा राजनीतिक जीवन हमेशा निष्कलंक और मेरी छवि हमेशा बेदाग रहे।
उन्होंने कहा कि आपका चातुर्मास उदयपुर में हो रहा है यही उदयपुरवासियों के लिए आपके जन्मोत्सव की सबसे बड़ी भेंट है। समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों से शुभकामनाएं देने पहुंचे श्रीसंघों के अध्यक्षों ने आचार्यश्री से 2019 का चातुर्मास उनके वहां करने की विनती की। कई श्रसंघों ने तो 2020 के चातुर्मास के लिए आचार्यश्री की वन्दना की।
धर्मसभा में उदयपुर में आचार्यश्री शिवमुनि के सानिध्य में हुए ध्यान शिविर में सबसे बड़ी साधना एवं ज्यादा शिविरार्थियों के उपस्थित रहने का वल्र्ड रिकाॅर्ड उदयपुर के नाम रहा। बैंगलोर से आये रायचन्द खरेड़ ने गिनिज बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड में उदयपुर को मिले सर्टिफिकेट को धर्मसभा में आचार्यश्री के समक्ष अर्पित किया गया।
कोर कमेटी ने संभाली व्यवस्था- आचार्रू डाॅ. शिवमुनि के 77 वें जन्मदिवस पर शिवाचार्य समवशरण में उमड़ी श्रावक-श्राविकाओं की भीड़ को व्यवस्थित करने के लिये चातुर्मास कोर कमेटी के वीरेन्द्र डांगी, संजय भण्डारी, दिलीप सुराणा,धर्मेश नवलखा,बसन्तीलाल कोठिफोड़ा, विजय सिसोदिया,महेन्द्र्र तलेसरा ने व्यवस्था संभाली।
इस अवसर पर आचार्यश्री शिवमुनि ने सभी को साथ रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि आप इलेक्शन नहीं करवा के सलेक्शन का मार्ग अपनाओ। इलेक्शन से कोई फायदा नहीं होता है। श्रमणसंघ जैन कांफ्रेस के सन्दर्भ में प्रेरणा देते हुए आचार्यश्री ने कहा कि आमसहमति से किया हुआ कार्य हमेशा फलदायी होता है। इसलिए अगली बार जहां भी इलेक्शन होने हैं वहां इलेक्शन नहीं करके सीधे ही सलेक्शन की प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिये। इसके लिए पहले कमेटी गठित करने की भी सलाह दी।
उन्होंने कहा कि हम सभी महावीर के अनुयायी हैं, हमारी सोच एक है। हम सभी अहिंसामार्गी हैं। जीवन में मान भी मिलता है तो अपमान भी। इसकी परवाह मत करों। इन सभी से उपर उठकर आमसहमति से सभी कार्य सम्पादित करो। एकता में ही शक्ति होती है। भगवान का ध्यान करो, तप साधना करो इसी में जीवन का कल्याण है।
युवाचार्यश्री महेन्द्रऋषिजी ने आचार्यश्री के जन्मोत्सव की सभी को बधाई देते हुए कहा कि गुरू दीप और द्वीप की तरह होते हैं जो वक्त आने पर आपके जीवन को रोशन भी करते हैं और संसार सागर में द्वीप की तरह आपका सहारा भी बनते हैं। गुरू की ज्ञान गंगा उपर से नीचे तक बहती रहती है और शिष्य को उस स्पन्ज की तरह होना चाहिये जो सारी ज्ञान रूपी गंगा को स्वयं में सोंख ले। एक समय था जब श्रावक गुरू के पास अपने परिवार, कारोबार और नौकरी की समस्याओं को लेकर आते थे। अब गुरूओं के आशीर्वाद से वो समस्याएं तो रही नहीं। अब श्रावक आतंे हैं आचार्यश्री हमारे पास सब कुछ है काम धन्धा है, नौकरी है, धनसम्पदा है सब है लेकिन सिर्फ मानसिक शान्ति नहीं है। आचार्यश्री उन्हें एक ही उपाय बताते हैं ध्यान करो,आत्मिक ध्यान करके अपन आत्मा का बोध करो, अनन्त सुख और अनन्त शांति आपको अपने स्वयं के भीतर आत्मा में ही मिलेगी। इसलिए आत्मध्यान करो, स्वयं के भीतर उतरो और वहां पर छिपी सुख और शांति की आराधना करो, शांति अवश्य मिलेगी।
आचार्यश्री का आशीर्वाद लेने अमित शाह पंहुचे-भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज शाम महाप्रज्ञ विहार स्थित शिवाचार्य समवशरण में चातुर्मासरत श्रमणसंघीय आचार्य डाॅ. शिवमुनि से आशीर्वाद लेने पंहुचे। जहंा उनका चातुर्मास कमेटी के मुख्य संयोजक वीरेन्द्र डांगी, संजय भण्डारी, दिलीप सुराणा,धर्मेश नवलखा,बसन्तीलाल कोठिफोड़ा, विजय सिसोदिया ने शाह का भावभीना स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन संचालन महेन्द्र्र तलेसरा ने किया।