पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट में डिजीटल बैकिंग सिस्टम पर दो दिवसीय सर्टिफिकेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विषय-विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को आधुनिक बैंकिंग प्रणालियों के बारे में समग्र जानकारी दी गई।
फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट की डीन प्रो. महिमा बिड़ला ने बताया कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में एम.बी.ए. एवं अन्य कोर्सेज में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त जानकारियाँ उपलब्ध कराकर उनकी रोजगार योग्यता में वृद्धि करने के उद्देश्य से पेसिफिक विश्वविद्यालय की फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट द्वारा समय-समय पर विभिन्न विषयों पर ऐसे सर्टिफिकेशन प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। ऐसे प्रोग्राम विद्यार्थियों के अनुभव को समृद्ध करते हैं एवं आगे चलकर उनके करियर में अत्यन्त सहायक सिद्ध होते हैं। आज डिजीटलाइजेशन ने बैकिंग की सम्पूर्ण प्रक्रिया में क्रांतीकारी परिवर्तन कर दिया है। डिजीटल बैकिंग का ही यह परिणाम है कि पूर्व कि तुलना में हजारों गुणा अधिक ट्रांजेक्शन आज सफलता पूर्वक सम्पन्न हो रहे हैं। आज आम व्यक्ति एवं उद्योग व व्यापार जगत में डिजीटल बैकिंग का उपयोग दिन दुनी रात चैगुनी दर से बढ़ रहा है। आज हमारे पास पेटीएम, भीम, युपीआई जैसे विभिन्न प्रकार के वाॅलेट, डेबीट व क्रेडिट कार्ड से भुगतान इलेक्ट्राॅनिक ट्रांसफर, नेफट तथा आरटीजीएस आदि अनेक विकल्प उपलब्ध है जिनकी सहायता से हम बिना बैंक कि शाखा में गये घर बैठे ही अधिकतर बैकिंग के काम पूर्ण कर सकते हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को डिजीटल बैकिंग प्रणालियों कि गहन जानकारी होना अत्यन्त आवश्यक है। इसी उद्देश्य से डिजीटल बैकिंग सिस्टम पर इस सर्टिफिकेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम संयोजक डा. कुलविन्दर कौर ने जानकारी दी कि दो दिनों तक चले कार्यक्रम में अनेक सत्र हुए जिनमें आधुनिक बैकिंग में दी जाने वाली डिजिटल सेवाओं व उत्पादों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी गई। रिसोर्स पर्सन असिस्टेन्ट प्रोफेसर डा. नरेन्द्र सिंह चावड़ा एवं एच.डी.एफ.सी. बैंक के प्रबन्धक श्री नीलेश अग्रवाल ने ई-बैकिंग, इन्टरनेट बैंकिग, मोबाइल बैकिंग, भुगतान के नवीनतम तरीकों, विभिन्न प्रकार के वाॅलेट्स आदि के बारे में विस्तार से बताया एवं प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यशाला में पेसिफिक इंस्टीट्युट आॅफ बिजनेस स्टडीज, फैकल्टी आॅफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन्स, फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट व पेसिफिक काॅलेज आॅफ डेयरी टैक्नोलाॅजी के कुल 56 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।