महावीर युवा मंच संस्थान का पदस्थापना समारोह
उदयपुर। महापौर चंद्रसिंह कोठारी ने कहा कि जैन नाम आते ही दिमाग में एक स्वच्छ छवि उभरती है। हमें गर्व है कि हम जैन कुल में हैं। इतिहास में दर्ज है कि झांसी की रानी को जैन समाज के अमरचंद बांठिया ने उस समय सहयोग किया जिसका परिणाम उन्हें अपने पौत्र को फांसी पर झूलते देखना पड़ा।
वे श्री महावीर युवा मंच संस्थान की ओर से रविवार को शुभ केसर के नवनिर्मित वातानुकूलित सभागार में आयोजित प्राइड ऑफ उदयपुर अलंकरण और नई कार्यकारिणी के पदस्थापना समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि समाज भूषण किरनमल सावनसुखा थे। अध्यक्षता महापौर चंद्रसिंह कोठारी ने की। विशिष्ट अतिथि देवस्थान आयुक्त विनीता बोहरा थी। संस्थान की नवगठित कार्यकारिणी को महेंद्र तलेसरा के नेतृत्व में शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में विद्यार्थी प्रकोष्ठ का गठन कर भूपति परमार को अध्यक्षीय दायित्व सौंपा गया।
बाॅक्स: कार्यक्रम में नगर के 16 विशिष्ट और गणमान्य समाज भूषण किरनमल सावनसुखा, जीवनसिंह मेहता, बीएच बापना, मांगीलाल लुणावत, शांतिलाल वेलावत, कांतिलाल जैन, कैलाश सकलेचा, अरविंद चतुर, श्यामसुंदर मारू, ताराचंद जैन, रमेश बरोला, राजेन्द्र नलवाया, अनीश धींग, कुलदीप नाहर, सुरेश चित्तौड़ा, राजेश बी शाह को प्राइड ऑफ उदयपुर अलंकरण से सम्मानित किया गया। इसके तहत शॉल, मेवाड़ी पगड़ी, उपरना और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि देवस्थान आयुक्त विनीता बोहरा ने कहा कि युवाओं में उत्साह भरने की जरूरत है। जैन समाज ने अपना मकाम कायम किया है। जैन होने पर गर्व करें। सरकारी योजनाओं से भी दूर रहते हैं। आप सिर्फ सोचकर ही वैसी योजनाएं लागू कर देते हैं।
इससे पूर्व संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने विद्यार्थी प्रकोष्ठ गठन की घोषणा करते हुए भूपति परमार को अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई। फत्तावत ने कहा कि उदयपुर का जैन समाज समरसता, भाई चारे के साथ जी सके, इसी उद्देश्य को लेकर संस्थान का गठन किया गया। 1996 में पहली बार 56 हजार लोगों का सामूहिक भोज किया गया। उसके बाद लीप ईयर में कुल 6 स्वामी वात्सल्य किये जा चुके हैं। ये रिकॉर्ड सम्पूर्ण भारत वर्ष में बनाया है। 19 वां सामूहिक विवाह अगली 26 जनवरी 2019 को होगा। इन सबका उद्देश्य सकल जैन समाज को एक छत के नीचे लाना है। जैन एकता के लिए सामूहिक क्षमावाणी पर्व, महिला शिविर, संथारा प्रकरण, मंदिर में चोरियां जैसे विभिन्न मामलों में संस्थान हमेशा अग्रणी रहा है। अपने लिए तो हर कोई जीता है, थोड़ा सा समाज के लिए भी जीयें। प्राइड और उदयपुर के लिए व्यक्तियों का चयन बहुत मुश्किल काम था। इनमें उद्योग जगत, तपस्या, सामाजिक, शिक्षा क्षेत्र में अपना स्थान बनाया है। फत्तावत ने शिक्षा, चिकित्सा, विधवा महिलाओं को सहयोग के लिए 3 माह में ट्रस्ट बनाने की घोषणा की जिसका आजीवन संस्थापक अध्यक्ष किरनमल सावनसुखा को बनाया गया।
फत्तावत ने संस्थान की नवगठित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। कार्यकारिणी में महेंद्र तलेसरा अध्यक्ष, सुनील मारू मंत्री, लक्ष्मण शाह, विनोद जैन एवं धर्मेश नवलखा उपाध्यक्ष, नितिन लोढ़ा, आत्मप्रकाश जैन एवं दीपेश जैन मंत्री, राकेश छाजेड़ संगठन मंत्री, राजेश मेहता कोषाध्यक्ष, अभिषेक संचेती अंकेक्षक, दीपक सिंघवी काॅर्डिनेटर शामिल किए गए हैं।
नवमनोनीत अध्यक्ष महेंद्र तलेसरा ने अपने प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि सामूहिक विवाह का आयोजन निरंतर रहेगा। अब तक 1100 परिवारों को लाभ मिल चुका है। स्वजनों के लिए सोचें, समाज के लोए भी सोचें। घर को एक कर लें, समाज तो स्वतः हो जाएगा। दिन में सिर्फ 5 मिनट ही सही लेकिन समाज के लिए सोचें जरूर।
संस्थान के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चोरडिया ने संस्थान की ओर से स्वागत अभिनन्दन करते हुए कहा कि 2 वर्ष के कार्यकाल में सभी का सहयोग मिला, उसके लिए आभार। अपने कार्यकाल की उपलब्धि एक हजार लोगों की ट्रेन सम्मेदशिखर ले जाने को बताया।
डिस्ट्रिक्ट जज एवं आगम के ज्ञाता कमलचंद नाहर, डिप्टी भगवतसिंह हिंगड़ का भी सम्मान किया गया। अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी, उपरना और स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया। आरम्भ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया। महिला प्रकोष्ठ की महामंत्री सोनल सिंघवी एवं सदस्यों ने मंगलाचरण किया। संचालन अमिता डांगी और सोनल सिंघवी ने किया। आभार संस्थान के मंत्री सुनील मारू ने व्यक्त किया।