देश-विदेश की लोककथाओं एवं कहानियों से आमजन होंगे रूबरू उदयपुर। तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कहानी महोत्सव उदयपुर टेल्स 30 नवम्बर से शिल्पग्राम के समीप स्थित पार्क एक्सजोटिका में आरम्भ होगा। इसमें देश-विदेश के कहानीकार, लेखक, कलाकार, संगीतकार एवम् अन्य ख्यातिनाम कलाकार शिरकत करेगें।
उक्त जानकारी देते हुए उदयपुर टेल्स के संस्थापक सलील भण्डारी ने यहंा आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम का प्रथम दिन बच्चों के लिये समर्पित होगा। जिसमें बच्चों की कहानियों को बख्ूाबी ढंग से पेश किया जायेगा। दूसरे दिन युवाओं के लिए रहेगा जिसमें वयस्क कहानियों का समावेश रहेगा। यह आयोजन स्थल पर प्रदर्शनी बाजार भी लगेगा।यहां कहानी के कथो कथन के साथ-साथ हस्तनिर्मित सामग्री एवम् स्मृति चिन्ह् प्रतिभागियों को दिए जाएगें। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों बंगाल, मध्यप्रदेश, उत्तराखण्ड, राजस्थान, नई दिल्ली आदि अन्य स्थानों के उत्पाद उदयपुरवासियों के लिए उपलब्ध होगें।
इस अवसर पर सुष्मिता सिंह ने बताया कि जहंा इस आयोजन में चित्रकला एवम् शिल्प से संबंधित गतिविधियाँ भी आयोजित होगी, वहीं स्थानीय सुस्वादिष्ट व्यंजन भी उपलब्ध रहेंगे। उदयपुर टेल्स बाजार में कैफे, कश्मीर, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बंगाल, दिल्ली, उत्तराखंड की स्टाॅलें लगेगी। आयोजन स्थल को फ्रेंच डिजाइनर डोमिनिक जीन द्वारा सौंदर्यपूर्वक डिजाइन किया गया है। तीनों दिन अनइमा पगारे, त्रिशा काले और विलास जानवे, जैसे पेशेवर रंगमंच व्यक्तित्वों द्वारा कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जायेगी। इस आयोजन में बाॅलीवुड कलाकार मैंने प्यार किया फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत करने वाली भाग्यश्री भी मौजूद रहेगी।
इसके अलावा अन्य कलाकार दिव्य दत्ता अपनी मां-‘मी और मां‘ के साथ उनके रिश्तांे पर आधारित पुस्तक पर 20 मिनट का एकल प्रस्तुति देगे। इस आयोजन में बच्चों की कहानियों में विशेषज्ञता रखने वाले कहानीकार देवी दुर्गाह बच्चों के मंच को अपने आकर्षक और कैप्चरिंग कथन के साथ सुशोभित करेंगे। बच्चें के मंच को श्रुति मंत्री और बच्चों की कहांनियेां को की प्रतियोगिता को अदिती शेखावत संचालित करेगी।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर तीन दशकों का अनुभव रखने वाले व्हार्टन, पत्रकार शांतनु गुहा रे, अन्वेषण, व्यवसाय और मानव रुचि समाचार सुविधाओं में विशेषज्ञता रखते हुए उनकी कहानी के कौशल के साथ जादू कास्टिंग करेंगे। 13 वीं शताब्दी में उर्दू मौखिक कहानी कला का दर्शन कराती कहानियों को दस्तंगोई, साहिल सैयद आगा द्वारा प्रस्तुत किया किया जाएगा।
इस आयोजन में प्रतिष्ठित रंगमंच व्यक्तित्वों जैसे वैशाली बिष्ट, विकी अहुजा, केसी शंकर, राजेश कुमार, शशविता शर्मा, फराज खान (उदयपुर टेल्स इन-हाउस प्रोडक्शन), त्रिशा काले की मौजूदगी सभी के लिये गौरव की बात होगी।
बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के लिए चयनित संजुक्ता सिन्हा व कदम संस्था की प्रख्यात 8 नृत्यांगनाओं द्वारा भारतीय शास्त्रीय विधा का प्रदर्शन किया जायेगा है। वह समकालीन की चमक के साथ कथक की कठोरता का प्रदर्शन करेगी। भारत में प्रचलित देवदासी परंपरा पर मुंबई स्थित, महाराष्ट्र थियेटर अभिनेता स्मिता ताम्बे अपनी कहानी के जरिये दर्शकांे को भाावविभोर करेंगे। कार्यक्रम में रूसी कथाकार ओल्गा ओजुरोवा,तिब्बत की पेल्डन शेरिंग और जिवा रघुनाथ द्वारा बच्चों की कहानियों की प्रस्तुति दी जायेगी। अनुराग श्रीवास्तव बैंड के साथ संगीतमय प्रस्तुति देंगे। भोपाल से एक और स्वतंत्र कहानीकारों की टीम आ रही है, जो कबीर के दोहा पर प्रस्तुति देगी। इस उत्सव के क्रियेटिव डायरेक्टर रनन्जय सिंह है। विक्की आहुजा भी अपनी प्रसतुति देंगे। आयोजन में 80 से अधिक प्रतिभागी अपनी कहानियंा एवं अन्य प्रकार की विधा की प्रस्तुति देंगे।