ई कनेक्टिंग-व्यापार व प्रोफशनल प्रेक्टिस विषयक कार्यशाला
उदयपुर। तेरापंथ प्राफेशनल फोरम की उदयपुर इकाई की ओर से आज रविवार को ई कनेक्टिंग-व्यापार एवं प्रोफेशनल पे्रक्टिस विषयक कार्यशाला सहेली मार्ग स्थित एसआईईआरटी में दोपहर ढाई बजे आयोजित की गई।
कार्यशाला को मुख्य वक्ता बैंगलोर के हिम्मत जैन थेे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एसआईईआरटी के निदेशक दिनेश कोठारी थे। कार्यशाला में हिम्मत जैन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर ई-काॅमर्स यानि आन लाईन कारोबार 3 ट्रिलियन डाॅलर सालाना का है जबकि भारत में यह मात्र 100 बिलियन डाॅलर सालाना है। भारत में कुल कारोबार का मात्र 5 प्रतिशत कारोबार ही आॅनलाईन होता है और इसमें 95 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। भारत आॅन लाईन कारोबार में वैश्विक स्तर पर बहुत पीछे है। उन्होेंने कहा कि यदि आपको व्यापार में टिकना है तो आपको आॅनलाईन बिजनेस में आना होगा क्योंकि समय ही इसका ही है। इस कारोबार के बढ़ने पीछे कारण बताते हुए जैन ने कहा कि इसमें कैश बैक,कैश आॅन डिलीवरी,रिटर्न की सुविधायें दी जाती है। यदि हम इसकी तैयारी अब भी शुरू नहीं करेंगे तो पहले से ही हमारा पिछड़ा हुआ कारोबार और पिछड़ जायेगा।
इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट सहित अनेक प्रकार के इस प्रकार की सेवायें देने वालों के लिये आॅनलाईन कारोबार काफी लाभप्रद रहेगा। इसके अलावा यह ई-काॅमर्स कारोबार लाॅजिस्टिक, कोरियर,पैकिंग,मटेरियल, डिजिटल मार्केटिंग,वेब डिजाईनिंग,सोश्यल मीडिया मार्केटिंग,यू-ट्यूब पर गाफिक डिजाईनिंग में अपार संभावनायें है। जैन ने बताया कि आॅनलाईन मार्र्केिटंग में मोर्केटिंग कोस्टिंग काफी कम और आॅफ लाईन में काफी अधिक होती है। उदयपुर के इकाई के अध्यक्ष चन्द्रेश बापना ने प्रारम्भ में स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम संयोजक डाॅ. निर्मल कुणावत ने कार्यक्रम के बारें में जानकारी दी। इस कार्यशाला में शहर के युवा उद्यमियों, व्यापारी एवं प्रोफेशनल ने भाग लिया।
डाॅ. कुणावत ने बताया कि इस कार्यशाला के जरिये अपने व्यापार को ई-प्लेटफार्म से जोड़ने के तरीके व संसाधन विकसित करने के उपाय बतायें। देश में यह आॅनलाईन कारोबार प्रतिवर्ष 30 प्रतिशत की ग्रोथ से निरन्तर बढ़ रहा है।