पेसिफिक में रिसर्च कन्वेंशन ‘अन्वेषण‘ का समापन
आज का युवा अत्यंत प्रतिभाशाली है और यह निश्चित है कि इन्हीं युवा शोधकर्ताओं में से उभर कर कल के सफल उद्यमी अवश्य निकलेंगे। यह बात उदयपुर चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इंडस्ट्री के प्रेसिडेंट श्री हंसराज चैधरी ने पेसिफिक विश्वविद्यालय में आयोजित स्टूडेंट रिसर्च कन्वेंशन ‘अन्वेषण‘ के समापन समारोह में अपने उद्बोधन में कही।
उन्होंने कन्वेंशन के आयोजन के लिए प्रेसिफिक विश्वविद्यालय एवं एसोसिएशन आॅफ इंडियन युनिवर्सिटीज का साधुवाद किया और कहा कि भारत की प्रगति में ऐसे सम्मेलनों का अभूतपूर्व योगदान है। समारोह के मुख्य अतिथि रोटम ग्रुप के रिसर्च एण्ड डवलपमेंट डायरेक्टर श्री एस.सी. तिवारी ने कहा कि रिसर्च एक ग्राइंडिंग मशीन की तरह है, जिसमें विभिन्न नवाचार युक्त आईडिया डाले जाते हैं और मंथन के पश्चात यही आईडियाज परिष्कृत होकर निकलते हैं। उन्होंने अन्वेषण में भाग ले रहे प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत नए-नए प्रोजेक्ट्स की सराहना की और कहा कि नवाचार ही रिसर्च एण्ड डवलपमेंट का मुख्य आधार है। प्रारंभ में अपने स्वागत उद्बोधन में पेसिफिक फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट की डीन प्रो. महिमा बिरला ने आशा प्रकट की कि यह कन्वेंशन सभी प्रतिभागियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा और सभी युवा प्रतिभागी अपनी शोध और अनुसंधान को सफल स्टार्ट अप्स में परिवर्तित कर सकेंगे। उन्होंने युवा शोधकर्ताओं को सुझाव दिया कि स्टार्टअप्स की सफलता में आईडिया के साथ-साथ टाइमिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है। अतः वे इसका विशेष ध्यान रखें। प्रो. बिरला ने कहा कि ऐसे कन्वेंशन के दौरान युवा शोधकर्ताओं को आपस में नेटवर्किंग विकसित करने का सुनहरा अवसर प्राप्त होता है। जिसका लाभ उठाकर वे एक-दूसरे से अपने विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं। प्रतिभागियों की ओर से बोलते हुए एस.एन.डी.टी. विश्वविद्यालय पूणे की डाॅ. रचना विश्वनाथन ने आयोजन समिति की सराहना की एवं कहा कि पेसिफिक विश्वविद्यालय केम्पस टेक्नोलाॅजीकली एडवांस्ड है और इस आयोजन में सभी प्रतिभागियों का अनुभव शानदार रहा। प्रतिभागियों के प्रतिनिधि के रूप में बोलते हुए आई.टी.एम. विश्वविद्यालय बड़ोदरा के आयुष पांचाल ने आयोजन के सभी आयामों की प्रसंशा करते हुए कहा कि इतने उत्कृष्ट कन्वेंशन में अपने प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत करना सभी युवा प्रतिभागियों के लिए एक विशिष्ट अनुभव रहा। उन्होंने सफल एवं उत्कृष्ट आयोजन के लिए पेसिफिक विश्व विश्वद्यालय टीम को बधाई दी।
अपनी रिपोर्ट में आयोजन समिति के प्रो. दीपिन माथुर ने जानकारी दी कि अन्वेषण में 37 विश्वविद्यालयों के 150 युवा प्रतिभागियों ने कुल 88 प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। कन्वेंशन के संयोजक प्रो. हेमंत कोठारी ने बताया कि कन्वेंशन के दौरान पोस्टर प्रेजेंटेशन एवं पोडियम राउण्ड हुआ जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अपने प्रोजेक्ट का पावर पाईंट प्रेजेन्टेशन प्रस्तुत किया तथा विशेषज्ञों के प्रश्नांे के उत्तर दिए। विशेषज्ञों ने कृषि, इंजिनियरिंग व टेक्नोलाॅजी, बेसिक साइंसेज, हेल्थ साइंसेज तथा सोशल साइंस आदि 5 क्षेत्रों में तीन-तीन विजेता घोषित किए जो कि राष्ट्रीय कन्वेशन में वेस्ट जोन का प्रतिनिधित्व करेंगे।
परिणाम इस प्रकार है –
कृषि
योगेश श्री गोपाल दायमा – एस.आर.टी.एम. विश्वविद्यालय, नांदेड प्रथम, राहुल आर शेलके – वालचंद काॅलेज आॅफ आर्ट एण्ड साइंस, शोलापुर द्वितीय एवं चव्हाण प्रतापसिंह मोहन – महात्मा फूले कृषि विद्यापीठ, राहुड़ी तृतीय।
बेसिक साइंसेज
अविनाश कुमार राय – पेसिफिक काॅलेज आॅफ बेसिक एण्ड अप्लाईड साइंस, उदयपुर प्रथम, पाटिल शुभम संजीव – के.बी.सी. नोर्थ महाराष्ट्र युनिवर्सिटी, जलगांव द्वितीय तथा किरण साहेबराव कदम, महेश सुनील पाटिल, सुभाश्री धैर्यधर पुसादकर – एस.आर.टी.एम. विश्वविद्यालय नांदेड़ तृतीय।
हेल्थ साइंसेज
सहरायु राजेन्द्र गोवर्धने – एस.एन.डी.टी. विमेन्स युनिवर्सिटी, मुम्बई प्रथम, प्रियल विष्णु बागवे, अपूर्वा मनोज पाटनी, मुम्बई विश्वविद्यालय द्वितीय तथा मेहता हर्ष जस्मीन, सरदार पटेल युनिवर्सिटी, आणंद तृतीय।
सोशल साइंसेज
मनीषा सुनील चैधरी – केबीसी नोर्थ महाराष्ट्र युनिवर्सिटी, जलगांव प्रथम, हिबरे रीमा बालकृष्ण शोलापुर यूनिवर्सिटी, शोलापुरा द्वितीय, अलसबा अब्दुल कादिर – मुम्बई विश्वविद्यालय तृतीय।
इंजीनियरिंग व टेक्नोलाॅजी
शुभदा संतोष पडवाल – सावित्री बाई फूले पूणे युनिवर्सिटी, प्रथम मानसी बी. पटेल, धुवी सी. पटेल, गणपत युनिवर्सिटी, मेहसाना, द्वितीय तथा मुग्धा खातवकर, निकिता सालकर, श्रवण मेनेरिकर – गोआ विश्व विद्यालय तृतीय