जैविक खेती की वर्तमान में महत्ती आवश्यकता
तीन दिवसीय म्हारो राजस्थान निःशुल्क प्रदर्शनी में मिल रही उपयोगी जानकारियंा
उदयपुर। संसा फाउण्डेशन दिल्ली द्वारा कृषि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी,स्वास्थ्य, सहित अन्य क्षेत्रों में केन्द्र सरकार के विभागों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में किये जा रहे नये अनुसंधानों को जन-जन एवं छात्रों तक पंहुचाने के लिये उद्देश्य से जालोर के नगर पालिका ग्राउण्ड में 13 फरवरी से प्रारम्भ हुई निःशुल्क तीन दिवसीय प्रदर्शनी के दूसरे दिन 4 हजार से अधिक विद्यार्थियों एंव किसानों ने अवलोकन किया।
प्रदर्शनी में मौसम वैज्ञानिक आर.क.ेजैन ने बताया कि विज्ञान में हुई प्रगति के कारण ही अब आमजन एवं किसानों को मौसम की सटीक भविष्यवाणी मिल जाती है। फसल की बुवाई का समय एवं बुवाई संबंधित जानकारी प्रति सप्ताह दी जाती है। भूकम्प,आंधी, तूफान,आपदा प्रबंधन,साइक्लोन की पूर्वानुमान एवं सटीक जानकारी दी जाती है ताकि नुकसान कम से कम हो।
फाउण्डेशन के संयोजक मनमोहन भास्कर एवं आनन्दपाल ने बताया कि एमपीयूटी की लतिका व्यास एवं आर.एस.राठौड़ ने आज बच्चों व किसानों को कृषि शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिये विभिन्न प्रकार के मौसम की जानकारी दी। किसान मौसम के अनुसार नवीन एवं उन्न्त किस्म के बीजों की बुवाई की पूरी जानकारी देते हुए ज्ैविक ख्ेाती को आज की महत्ती आवश्यकता बतायी।
प्रदर्शनी में युवा बेरोजगारों को मुर्गी पालन, पशुपालन की इकाईयां लगाकर रोजगार उत्पन्न करने के तरीकेे बताये गये।
एम.भास्कर एवं आनन्दपाल ने बताया कि प्रदर्शनी में पर्यटन विभाग द्वारा राजस्थान में विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई। प्रदर्शनी में सर्वश्रेष्ठ माॅडल प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को पुरूस्कृत किया जायेगा।