उदयपुर। रि-एसेटस इण्डिया 2019 कान्फ्रेंस एक्सपो अवार्ड के नवें वार्षिक संस्करण में 22 मेगावाट आगुचा सोलर प्रोजक्ट के लिए प्रोजक्ट डवलपमेंट इनोवेशन आफ द ईयर अवार्ड से नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में 13 फरवरी को सम्मानित किया गया।
यह पुरस्कार न्यू एण्ड रिन्वेबल एनर्जी मंत्रालय के सलाहकार सोहेल अख्तर एवं इण्डियन विण्ड टर्बाइन मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के एसोसिएट डायरेक्टर ओपी तनेजा ने प्रदान किया। यह पुरस्कार हिन्दुस्तान जिंक की ओर से उप-प्रबन्धक ( रिन्वेबल पावर प्रोजेक्ट) विष्णु खण्डेलवाल ने ग्रहण किया।
यह परियोजना आगुचा में वेस्ट डंप यार्ड पर स्थापित की गई है, जिसका उपयोग वृक्षारोपण या किसी भी मेजर स्ट्रक्चर के लिए नहीं किया जा सकता है। हिन्दुस्तान ज़िंक ने इस चुनौती को मैसर्स महिंद्रा सस्टेनेबल की साझेदारी में अभिनव डिज़ाइन इंजीनियरिंग से वेस्ट डंप यार्ड क्षेत्र का उपयोग करके पर्यावरण की सुरक्षा के लिए ज़ीरो उत्सर्जन के साथ 22 मेगावाट का बिजली संयंत्र सफलतापूर्वक स्थापित किया। इसमें सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में गहराई से इंजीनियरिंग विशेषज्ञों के विभिन्न स्तर तथा सौर तकनीकी विशेषज्ञ भी सम्मिलि थे। यह परियोजना हमें प्रतिवर्ष 45000 टन के कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी मदद करेगी।
सस्टेनेबल डवलपमेंट आॅफ इण्डिया के साथ स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की दिशा में वेस्ट डंप यार्ड का उपयोग सभी प्रमुख खदानों और अन्य उद्योगों में भी इस नवाचार का उपयोग किया जा सकता है।