शास्त्रीय नृत्य, बांसुरी और अतुल स्वर होगा आकर्षण
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से 15 से 17 मार्च तक शिल्पग्राम में शास्त्रीय और आधुनिक कलाओं के समारोह ऋतु वंसत का आयोजन होगा जिसमें शास्त्रीय नृत्यों का फ्यूज़न, बांसुरी वादन अन्य मनोरंजक आयोजन होंगे।
केन्द्र के अतिरिक्त निदेशक सुधांशु सिंह ने बताया कि बसंत ऋतु का हमारी कला, संस्कृति और साहित्य से अनूठा जुड़ाव है। बसंत ऋतु पर आधारित कई रचनाएं हमारे कलाकारों, चित्रकारों और साहित्यकारों ने समाज के समक्ष प्रस्तुत की। शास्त्रीय व अन्य कलाओं में बसंत रास जैसे नृत्यों, संगीत में राग बसंत की रचनाओं व लोक कलाओं में फाग गायन की परंपरा हमारे देश में रही है। बसंत के इसी पर्व को कलाओं के अनूठे रंग के साथ ‘ऋतु वसंत’ में 15, 16 व 17 मार्च को शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रस्तुत किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच ‘‘कलांगन’’ पर ‘‘ऋतु वसंत’’ के तीन दिवसीय आयोजन के पहले दिन 15 मार्च दिल्ली की संस्था तपस्विनी के कलाकारों द्वारा शास्त्रीय नृत्यों का फ्युज़न प्रस्तुत किया जायेगा जिसमें कला प्रेमियों को हमारी शास्त्रीय नृत्य शैलियों को एक गुलदस्ते के रूप में निहारने का अवसर मिल सकेगा। समारोह के दूसरे दिन 16 मार्च को फ्ल्यूट सिस्टर्स के नाम से विख्यात बांसुरी वादक बहने देबोप्रिया एवं सुचिस्मिता द्वारा अनूठे अंदाज में युगल बांसुरी वादन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उत्सव के तीसरे दिन पुणे की नीश एन्टरटेनमेन्ट्स द्वारा ‘‘अतुल स्वर…..पंचम’’ में प्रख्यात संगीत निर्देशक और पंचम के नाम से विख्यात राहुल देव बर्मन की रचनाओं पर आधारित विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आयोजनों में कला रसिकों के लिये प्रवेश निःशुल्क होगा।