पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आफ मैनेजमेन्ट द्वारा एमबीए एवं अन्य कालेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए न्यूरो-लिंग्यूस्टिक सर्टिफिकेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों ने न्यूरो सिस्टम पर परिस्थितियों, तनाव एवं चिन्ता के प्रभाव के बारे में बताया एवं उनसे उबरने के तौर-तरीके सिखाए। डीन प्रो. महिमा बिड़ला ने बताया कि पेसिफिक में समय-समय पर आयोजित होने वाले छात्रोंपयोगी कार्यक्रमों की श्रृंखला में इस अनोखी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों की नेतृत्व क्षमता में सुधार, तनाव, दबाव एवं असफलता से लड़ने की क्षमता विकसित करना तथा एकाग्रता तथा लक्ष्य के प्रति फोकस में वृद्धि करना था।
कार्यक्रम संयोजक डा. कुलविन्दर कौर ने जानकारी दी कि कार्यशाला के दौरान रिसोर्स पर्सन डा. नम्रता साइखेड़कर ने मानसिक अवस्था एवं श्रेष्ठतम प्रदर्शन, लेफ्ट राइट बेन कोर्डिनेशन, फोकस में वृद्धि तथा निर्णय क्षमता में वृद्धि आदि विषयों पर विभिन्न सत्र संचालित किए। उन्होंने इन इन्टरैक्टिव सत्रों के माध्यम से आपसी तालमेल स्थापित करना, व्यवहार के किसी खास पैटर्न को पहचानना, प्रदर्शन में बाधक बनने वाली धारणाओं को बदलना, व्यवहार व भाषा में वांछित बदलाव, तथा मस्तिष्क की वर्तमान स्थिति को वांछित स्थिति तक पहुँचाना के बारे में प्रतिभागियों को टिप्स दिए। कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालयों के कुल 36 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।