अंग्रेजी, गणित और विज्ञान में पारंगत होने के साथ ही सर्वांगीण विकास पर बल
गर्मी की छुट्टियों में घूमने फिरने या फिर सिर्फ खेलकूद के बजाय पहली बार घर से दूर रहने और वह भी एक माह के लिए, 24 घण्टें अनुशासन, अध्ययन, खेलकूद, व्यक्तित्व निखार जैसे विषयों के लिए जाना हो तो स्वाभाविक तौर पर 263 से अधिक बच्चें एकमत नही हो सकते।
पंतनगर की अर्चना गुप्ता, चित्तौडगढ़ के आजोलिया का खेड़ा की श्रेया, आगुचा के हरिओम, कोटडी दरीबा की अंजली के आवासीय शिविर के अनुभवों पर तालियां बजा उनके साथ पढाई कर खुशी जताते बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास इस बात को साबित करने के लिए अनुकुल थे कि उन्हें पढ़ाई मे रूचि के साथ साथ अपने गुरूजनों से अभिभावकों जैसा व्यवहार और मार्गदर्शन उन्हें घर से दूर घर सा ही वातावरण दे रहे है जो कि उनके भविष्य की नींव के लिए अमूल्य है।
हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा चलायें जा रहे शिक्षा संबंल कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविरों में पंतनगर, उत्तराखण्ड सहित राज्य के 5 जिलों उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा, अजमेर के राजकीय विद्यालयों के 1404 से अधिक बच्चें उत्साह से भाग ले रहे है। इन प्रशिक्षण शिविरों में बच्चों को विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषयों के साथ ही शारीरिक, खेलकूद, बौद्धिक और सांस्कृतिक गतिविधियांे से जोडकर उनके सर्वागिंण विकास की और अग्रसर किया जा रहा है।
हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा विद्या भवन सोसायटी उदयपुर के सहयोग सेे सिनियर सैकण्डरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर की औपचारिक शुरूआत की गयी। 15 मई से 15 जून तक आयोजित होने वाले इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में 214 बच्चें 10 वीं कक्षा एवं 49 बच्चें 12वीं कक्षा के भाग ले रहे है। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा जावर, दरिबा, देबारी चित्तौडगढ़, आगूचा, और कायड में इसी प्रकार के आयोजित 7 शिविरों में 1141 से अधिक बच्चें लाभान्वित हो रहे है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वेदान्ता एवं हिन्दुस्तान जिं़क की सीएसआर हेड श्रीमती निलिमा खेतान ने शिक्षा संबंल परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए विद्यार्थियों से कहा कि 4 वर्ष पूर्व प्रायोगिक तौर पर शुरू किये गये इस आवासीय शिविर की सफलता उनकी बढ़ती हुई संख्या से सिद्ध होती है। परिणामों को बेहतर बनाने और शिक्षा की पद्धति इस कार्यक्रम और शिविरों की अद्वितीय खासीयत है। उन्होंने बच्चों से इस कार्यक्रम में संपूर्ण एकाग्रता और भागीदारी निभानें का आव्हान किया जिससें वें इस शिविर ही नही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता हांसिल कर सके।
कार्यक्रम में विद्या भवन के अध्यक्ष अजय मेहता ने कहा कि ये शिविर हिन्दुस्तान जिं़क के साथ मिलकर ऐसा शैक्षणिक प्रयोग है जिससे संस्था और बच्चों का नाम रोशन हो। आवासीय शिविरों में यह प्रयास किया जा रहा है कि किस प्रकार शिक्षा को प्रासंगिक किया जा सके जिससे बच्चों को अधिकाधिक लाभ मिलें।
हिन्दुस्तान ज़िंक सदैव आगे बढ़कर ग्रामीण बच्चों के संपूर्ण विकास के लिये आगे आता रहा है शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् अध्यापन में अभाव महसूस कर रहे बच्चों के लिये 11 वर्षो से लाभान्वित किया जा रहा है। ग्रीष्मकलीन प्रशिक्षण शिविरों में शिक्षण के साथ ही कौशल विकास, व्यवहार तथा अन्य गतिविधियों जैसे खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमो से बच्चों में व्यक्तिगत और शिक्षात्मक सुधार का प्रयास किया जा रहा है। इन आवासीय शिविरों में पूरे देश से 80 से अधिक वालंटियर अपनी सेवाएं दे रहे है जो कि आईआईटी जैसे उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत है।
शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा 10वीं कक्षा से 12वीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सरकारी विद्यालयों में जहा पद रिक्त है विज्ञान, गणित एवं अंगे्रजी के विषयध्यापकों द्वारा शिक्षा दी जा रही हैं। इस वर्ष 8 स्थानों पर आयोजित किये जा रहे ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविरों में छात्राओं की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक है जो कि हिन्दुस्तान जिं़क के प्रति छात्राओं के अभिभावकों के विश्वास को दर्शाता हैं। इस आवासीय प्रषिक्षण शिविर में 10वीं एवं 12 वीं कक्षा में इस वर्ष प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को विशेषज्ञ अध्यापकों द्वारा अध्यापन कराया जा रहा है जिससे वे इन विषयों के बारें में सामान्य जानकारी को रूचिकर तरिकों से सीख सकें। इस प्रकार के शिविर का आयोजन उदयपुर में विगत तीन वर्षो से किया जा रहा है 2017 में जहां 200 बच्चें इसमें प्रतिभागी थे वहीं 2018 में 250 बच्चों ने इसका लाभ लिया।
कार्यक्रम में विद्या भवन से आयोजन सचिव एसपी गौड, वरिष्ठ सदस्य कमल महेन्द्रु, सहित हिन्दुस्तान ज़िंक की ईकाईयों के सीएसआर अधिकारी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।