प्रतापी शहर में बिखरी केसरिया छठा
माही ऐहड़ा पूत जण, जेहड़ा राणा प्रताप
जन जन ने मन से किया प्रताप के शौर्य को नमन
उदयपुर। एकलिंगनाथ की जय, महाराणा प्रताप की जय, राणा की जय जय, शिवा की जयजय, जय शिवा सरदार की, जय राणा प्रताप की, स्वामी भक्त चेतक की जयं, माॅ पन्नाधाय की जय के जयघोष के साथ प्रातः स्मरणीय वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की 479 वी जयन्ती पर गु रूवार को पूर्ण श्रद्धा एवं उल्लास के साथ याद किया । इस अवसर पर जोश और उत्साह से भरे शौर्य पे्रमियों समाज व संगठनों को सैंकडों कार्यकर्ता शोभायात्रा में शामिल हुए ।
शोभायात्रा का मनमोहक नजारा –
समारोह संह संयोजक दिलीप सिंह बान्सी ने बताया कि शोभा यात्रा प्रातः 8.00 बजे चेतक सर्कल से रवाना होकर नगर निगम परिसर में हुई। शोभायात्रा में राजदीप सिंह नेतावल, मयूर ध्वज सिंह, भान प्रताप सिंह के नेतृत्व में सबसे आगे 200 दो पहिया वाहन धारी मेवाडी पगडी व परम्परागत पोशाक में युवा हरावल दस्ता , उसके पिछे पायलेट वाहन, ऊॅटों पर सवार मुच्छड क्लब के सदस्य, घोडे करबत दिखाते हुुए, मात्र शक्तिधारी 50 महिलाएॅ पैदल केसरिया साफा पहने बजरंगी, मधुर स्वर लेहरी बिखेरते पुलिस बेण्ड, जीप में सवार प्रताप की आदम कद प्रतिमा, एकलिंगनाथ की तस्वीर, ओम बन्ना की झांकी, नारायण सेवा संस्थान की झांकी, पर्यावरण जागरूकता का सन्देश देती हुई झांकिया,
प्रताप को सेल्युट: जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से सुरजपोल चैकी पर शोभायात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया । प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक गोपाल स्वरूप मेवाडा व डिप्टी राजीव जोशी ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सेल्युट किया।
शोभायात्रा का स्वागत: शोभायात्रा का मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा, पानी, छाछ, लस्सी व शर्बत व मिठाई से भाजपा बडगाव मडल, भाजपा राणा प्रताप मंडल, सुंदर सिंह भण्डारी, भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ, भारत विकास परिषद्, विप्र फाउण्डेषन, सुहालका कलाल समाज, मेवाड राजपूत समाज, राजस्थान नव निर्माण सेना, भारत विकास परिषद, बिहारी समाज, गाईड यूनियन, हिन्दू महासभा टाइगर फोर्स, बार एसोसिएशन, मार्बल एसोसिएशन, शहर जिला कांग्रेस कमेटी, श्री झुलेलाल सेवा समिति, क्षत्रिय कुमावत समाज, के कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।
पद्मश्री रघुवीर सिंह सिरोही ने कहा कि हमें महापुरूषों की जीवनी से प्रेरणा लेने की जरूरत है। राजस्थान व मेवाड तो महापुरूषो के इतिहास से भरा है। हमें हमारी आने वाली नौजवान पीढी को महापुरूषों के शौर्य व इतिहास के बार में बताना है प्रताप के स्वाभिमान, त्याग, बलिदान आज सम्पूर्ण विश्व मे पूजा व जाना जाता है। हम अपनी भावी पीढ़ी को उनके आदर्श व्यक्तित्व से सीख लेने की जरूरत बताई। प्रताप का जीवन उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व हमारे दैनिक जीवन की गतिविधियों का हिस्सा बने । उनके बताये हुए सिद्धान्तों को अपनाये । वे गुरूवार को नगर निगम के सभागार में मेवाड क्षत्रिय महासभा तथा नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की 479 वी जयन्ती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे ।
अध्यक्षता करते नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि शोभायात्रा में प्रताप व उनके सहयोगियों की जीवंत झांकियो को प्रदर्षित किया जाये जिससे आमजन प्रेरणा ले सके। संयोजक प्रेमसिंह शक्तावत ने कहा कि प्रताप किसी जाति या समुदाय विशेष से नहीं जुडे थे। उन्होनं अपना राजपाट, धन, सब कुछ त्याग दिया था तथा सभी धर्मो को साथ लेकर आजादी की लडाई लडी । विशिष्ट अतिथि तेज सिह बान्सी, दिलीप सिंह बान्सी, कमलेन्द्रसिंह पंवार व कुन्दन सिंह भाटी, ने अपने विचार रखे। स्वागत उद्बोधन मेवाड क्षत्रिय महासभा के डा. राजेन्द्र सिह जगत ने दिया। धन्यवाद कुन्दन सिंह मुरोली ने दिया।
प्रताप स्मारक पर किया नमन – मेवाड क्षत्रिय महासभा के शहर अध्यक्ष डा. राजेन्द्रसिंह जगत ने बताया कि इससे पूर्व मेवाड क्षत्रिय महासभा, शहर के सभी सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के लोगों ने मोती मंगरी स्मारक स्थित प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजली अर्पित कर उन्हें याद किया।