इजिप्ट में भारत के राजदूत राहुल कुलश्रेष्ठ ने किया पुस्तक के पृष्ठ का अनावरण
उदयपुर। पेन्टिंग के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय चित्रकार अर्वा तुर्रा का अपनी कल्पना को कूंची के जरिये कैनवास पर जब महिलाओं की स्थिति को दर्शाया तो दर्शक उसे देखते ही रह गये है और अर्वा तुर्रा की पहिचान महिलाओं की स्थिति को चित्रकारी के रूप में दर्शाने के रूप में मिल गयी।
एम स्क्वायर इवेन्ट एण्ड प्रोडक्शन के सीईओ मुकेश माधवानी ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय चित्रकार और कवियित्री अर्वा तुर्रा द्वारा तैयार किये गये चित्रों और कविताओं को संकलित कर हार्ट स्ट्रींग नामक पुस्तक का प्रकाशन एम स्क्वायर इवेन्ट एण्ड प्रोडक्शन प्रा.लि. द्वारा किया जा रहा है। इस पुस्तक के प्रथम पृष्ठ का अनावरण इजिप्ट में भारत के राजदूत राहुल कुलश्रेष्ठ ने किया।
अर्वा तुर्रा बताती है कि उनका उद्देश्य चित्रकारी के माध्यम से दुनिया भर में विभिन्न महिलाओं की कहानियों को चित्रित करना है। वह अपने कैनवास और कपड़ों पर महिलाओं की हर भावना और व्यक्तित्व को गहराई से संवाद करने का प्रयास करती है और कुछ प्रश्न दर्शक के सामनें छोड़ती है ताकि वे उन प्रश्नों का हल निकाल सकें।
वे बताती है कि दुनिया भर की सुंदरता वास्तुकला की पृष्ठभूमि से प्रशंस्ति है, हालाँकि आँखें उसके चित्रों के कपड़े के सुंदर डिजाइन पर आकर्षित हो जाती है। अरवा कहती है कि वह अपने कैनवास पर जटिल डिजाइन के कपड़े के माध्यम से एक फैशन डिजाइनर होने का सपना देखती है। केैनवास पर उभर कर आने वाली कला हजार संदेशों का संचार करती है। अरवा का मानना है कि कला और साहित्य में उनकी रूचि होने के साथ-साथ दार्शनिक और कलात्मक सौंदर्यशास्त्र का यह मिश्रण कला के सच्चे कार्य को प्रस्तुत करता है। इस दुनिया में जहां दुनिया के हर कोने में महिलाओं का दमन किया जा रहा है, वहंा अरवा का अपनी कला और लेखन के माध्यम से अपने मजबूत संदेशों द्वारा महिलाओं में समाज के विश्वास और उनकी शक्तियों के पुनर्जन्म के लिए एक छोटा कदम है।
उदयपुर में जन्मी और पली बढ़ी, अरवा तुर्रा पेशेवर रूप से एक इंटीरियर डिजाइनर, स्वयं-प्रेरित कलाकार, एक उत्साही फैशन प्रेमी और कवियित्री हैं। उन्होंने उदयपुर से अपनी स्कूल और विश्वविद्यालय की शिक्षा पूरी की और मुंबई, भारत में प्रेमलीला विट्ठलदास पॉलिटेक्निक से इंटीरियर डिज़ाइनिंग में डिप्लोमा किया है। वह वर्तमान में दुबई और जमैका में जीवन का अनुभव करने के बाद इजिप्ट में निवासरत हैं।
अरवा अपने कैनवस पर दृढ़ और स्वतंत्र महिलाओं की सुंदर कहानियां बुनती हैं। उनका मिश्रित मीडिया आर्ट फॉर्म एक तरह का है जहां उनके नारीवादी पक्ष को उनके काम में दर्शाया गया है। यह सिर्फ दृष्टिगत रूप से आकर्षक नहीं है, बल्कि अरवा द्वारा स्वयं एक गहरा संदेश दिया गया है जो दर्शकों में गहरी भावनाओं और आत्मनिरीक्षण को उत्तेजित करता है। उनके द्वारा किए गए हर कलात्मक निर्णय के पीछे एक अवधारणा है। अरवा को असली रेखाचित्र बनाना बहुत पसंद है और वह कविताएँ लिखती हैं जो पाठकों को प्रेम, इच्छाओं और अतियथार्थवाद के अपने ’माइंडफिल्ड्स’ में ले जाती हैं।
अर्वा विभिन्न कला-रूपों में सीखने के लिए अपनी यात्रा पर है व मानवीय भावनाओं को आगे ले जा रही हैं। उनकी प्रवासी जीवन, व्यापक यात्रा और इंटीरियर डिजाइनिंग योग्यता उनकी करुणा और विभिन्न संस्कृतियों व विश्व इतिहास के ज्ञान को जोड़ती है जो उनकी कलाओं में प्रतिबिंबित होती हैं। पढ़ने, लिखने और भावनाओं के लिए उनका प्यार उन्हें एक ऐसी महिला के रूप में बदल रहा है जो अपनी निश्चित आत्म की चार दीवारों तक सीमित नहीं है। वह मानती हैं कि कला और लेखन उनकी आत्म-खोज की आजीवन यात्रा है और वे सांस लेने रूपी उनकी आवश्यकता को पूरा करते हैं।
उन्होंने जमैका में विभिन्न दीर्घाओं के साथ अपने काम का प्रदर्शन किया है। सोशल मीडिया पर उनकी अपनी फैन फॉलोइंग है और ऑनलाइन गैलरी और अपने सोशल मीडिया पेज और वेबसाइट के जरिए दुनिया के हर कोने में अपना काम प्रदर्शित करती हैं। वह टेलीविजन पर और कैरेबियन और भारत में विभिन्न पिं्रट मीडिया और डिजिटल मीडिया द्वारा अपने विशिष्ट और प्रेरक कार्य के लिए चित्रित की गई हैं। कला के क्षेत्र में उनके योगदान और विदेशी भूमि में खुद के लिए एक जगह बनाने के लिए उन्हें विभिन्न संस्थानों द्वारा सम्मानित किया गया है। कई ब्लॉगर्स और ऑनलाइन पोर्टलों ने उन्हें उनके लेखन और चित्र के लिए सम्मानित और प्रकाशित किया है।